पटना। बिहार में बारिश कहर बनकर बरसने वाली है, इसके लिए चेतावनी जारी की गई है। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। उत्तर पूर्व झारखंड और इसके आस-पासपास इलाकों के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण तैयार है, जो पूर्वी बिहार से उत्तरी तेलंगाना तक […]
पटना। बिहार में बारिश कहर बनकर बरसने वाली है, इसके लिए चेतावनी जारी की गई है। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। उत्तर पूर्व झारखंड और इसके आस-पासपास इलाकों के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण तैयार है, जो पूर्वी बिहार से उत्तरी तेलंगाना तक द्रोणिका के रूप में स्थित है।
इन सभी मौसमी प्रभावों के कारण प्रदेश के मौसम में तेजी से बदलाव आया है। अगले 24 घंटों के दौरान राजधानी पटना और आसपास के इलाकों में काले बादल छाए रहेंगे। इसके साथ बादलों की गर्जना और वज्रपात की संभावना जताई गई है। बिहार के चार जिलों अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और सुपौल के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ ओला गिरने को लेकर चेतावनी जारी की गई है। वहीं इन जिलों में तेज हवा के झोंकों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के उत्तर-मध्य, दक्षिण-पूर्व और उत्तर-पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर तेज हवा के साथ वज्रपात की संभावना जताई गई है। अगले चार दिनों तक मौसम का हाल यही रहेगा। मंगलवार को पटना समेत आसपास के इलाकों में काले बादल छाए रहने और नमी में वृद्धि होने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी महसूस हुई। वहीं राजधानी पटना और आसपास के इलाकों में भी काले बादल छाए दिखे। कुछ जगहों पर बादलों की गर्जना के साथ बिजली चमकने की शंका है।
बिहार में 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं आएगा। मंगलवार को पटना, डेहरी, मोतिहारी और वाल्मीकि नगर को छोड़ दें तो बाकी के जिलों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पटना का अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं औरंगाबाद का तापमान 39.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो कि प्रदेश का सबसे ज्यादा तापमान है।