पटना। कोलकाता में हुए डॉक्टर की हत्या कांड के विरोध में पटना के IGIMS, एनएमसीएच, ,पटना एम्स और PMCH के चल रही जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल बुधवार को देर रात समाप्त हो गई। एम्स और आईजीआईएमएस के जूनियर डॉक्टर बुधवार की रात से ही अपने काम पर वापस लौट गए। वहीं एनएमसीएच और पीएमसीएच के डॉक्टर सुबह से काम पर लौटेंगे।
10 दिन चली हड़ताल की समाप्ति
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और सीनियर डॉक्टरों के द्वारा जूनियर डॉक्टरो की मागों को पूरा करने की बात पर जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल समाप्त की घोषणा की । एम्स और आईजीआईएमएस के जूनियर डॉक्टर बुधवार की रात से अपने-अपने काम पर वापस लौट गए। वहीं पीएमसीएच और एनएमसीएच के डॉक्टर सुबह अपने काम पर वापस आएंगे। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के बैनर तले जूनियर डॉक्टर्स 10 दिन से अपनी सुरक्षा को लेकर हड़ताल पर बैठे थे। बाद में इनके समर्थन के लिए इंडियन एसोसिएशन के सीनियर डॉक्टर भी आ गए।
सभी विभागों में मरीजों का इलाज
इस दौरान ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया गया था। डेढ़ लाख से ज्यादा मरीज बिना इलाज के वापस चले गए। जबकि एक हजार से अधिक मरीजों की सर्जरी को टालना पड़ा था । आईजीआईएमएस ने रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रजत कुमार का कहना है की हम लोगों ने हड़ताल वापस ले ली है। अब हड़ताल समाप्त होने से ओपीडी समेत सभी विभागों को खोल दिया गया है। सभी विभागों में मरीज अपना इलाज करा सकेंगे। बुधवार को यहां सीनियर डॉक्टरों ने 351 मरीजों का इलाज किया।