पटना। बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं, 10वीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थी अंतरिक्ष की दुनिया को समझने के लिए इसरो केंद्र बेंगलुरु जाएंगे। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इसरो जाने वाले विद्यार्थियों की सूची सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जल्द उपलब्ध कराने का आदेश जारी किए है। 100 बच्चों का किया जाएगा […]
पटना। बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं, 10वीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थी अंतरिक्ष की दुनिया को समझने के लिए इसरो केंद्र बेंगलुरु जाएंगे। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इसरो जाने वाले विद्यार्थियों की सूची सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जल्द उपलब्ध कराने का आदेश जारी किए है।
राज्य परियोजना निदेशक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इस अभियान में उन विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा जो कक्षा 9वीं के वार्षिक परीक्षा और 10वीं के बोर्ड परीक्षा में जिला स्तर पर टॉप किया है। इस अभियान में टोटल 100 बच्चों को इसरो जाने का मौका दिया जाएगा। प्रत्येक जिले से एक छात्र और छात्रा को टीम में शामिल किया जाएगा। जारी आदेश यह भी कहा गया है कि जिन जिलों में प्रखंडों की संख्या 18 से ज्यादा है। वहां से 2 छात्र और दो छात्रा शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम का मकसद बच्चों में विज्ञान के प्रति रुझान बढ़ाना है। परियोजना परिषद द्वारा विद्यार्थियों के चुनाव के लिए सभी जिलों को फॉर्मेट भेज गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इसरो के भ्रमण पर जा रहे विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी जाएंगे। दरभंगा, छपरा, पटना, मुजफ्फरपुर, सहरसा,पूर्णिया, मुंगेर और गया जैसे जिलों से शिक्षकों का चयन किया जाएगा। पटना से 4 और बाकी जिले से 2-2 टीचरों को शामिल किया जाएगा।
प्रत्येक जिले से एक शिक्षक और एक शिक्षिका शामिल को शामिल किया जाएगा। जबकि पटना से चार शिक्षक जिनमें दो शिक्षक एवं दो शिक्षिका शामिल होंगे। परिषद ने जारी अपने आदेश में कहा है कि इस अभियान के लिए इन जिलों से टोटल 20 शिक्षकों की सूची तैयार की जाएगी। उन्हीं शिक्षकों को बच्चों के साथ इसरो जाने का मौका मिलेगा, जिन्होंने विज्ञान के क्षेत्र में सेमिनार, विज्ञान प्रदर्शनी, क्वीज का संचालन और पुरस्कार आदि में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।