पटना: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा पूर्व इलाके में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बाबा सिद्दीकी का जन्म 1956 में पटना में हुआ था। गोपालगंज जिला में उनका पैतृक घर है. गोपालगंज में रहता है सिद्दीकी का परिवार बाबा […]
पटना: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा पूर्व इलाके में तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बाबा सिद्दीकी का जन्म 1956 में पटना में हुआ था। गोपालगंज जिला में उनका पैतृक घर है.
बाबा सिद्दीकी का परिवार गोपालगंज जिले के मांझा प्रखंड के शेखटोली गांव में रहता था. बिहार के रहने वाले बाबा सिद्दीकी ने मुंबई को अपनी कर्मभूमि बनाया और महाराष्ट्र की राजनीति में उनका बड़ा राजनीतिक कद है। वह एनडीए के वरिष्ठ नेता थे. बांद्रा इलाके में उनका बड़ा नाम था. एक बिहारी होने के नाते उन्होंने मुंबई की राजनीति में बड़ा नाम कमाया था।
बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सियासी दलों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू भी हो गई हैं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा, “महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर अत्यंत दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत को स्वर्ग में उच्च स्थान दें तथा परिवार को धैर्य एवं साहस प्रदान करें। महाराष्ट्र में एनडीए शासन के दौरान लगातार हो रही ऐसी आपराधिक घटनाओं को हम क्या नाम देंगे?”
इधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या बेहद दुखद है. दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, एक फरार है. शिवसेना-भाजपा शासन में कोई भी हत्या करके बच नहीं सकता। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा.
महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी की शनिवार को बांद्रा पूर्व में निर्मल नगर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनके ऑफिस के बाहर कम से कम दो-तीन लोगों ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया. जैसे ही वह कार्यालय पहुंचे, हमलावर दौड़ते हुए आए और व्यवसायी-सह-राजनेता सिद्दीकी पर अंधाधुंध कई राउंड गोलियां चलाईं।
आपको बता दें कि उन्हें दो-तीन गोलियां लगी थीं, जिनमें से एक सीने में लगी थी. पास खड़े एक सहकर्मी के भी पैर में गोली लगी. सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई.