पटना। बिहार में छठ के महापर्व पर व्रतियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई है। आज यानी मंगलवार को पटना आयुक्त कुमार रवि के साथ जिलाधिकारी चंद्रशेखर और एसपी के नेतृत्व में टीम ने दीघा घाट से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल ही इसका निरीक्षण किया है। […]
पटना। बिहार में छठ के महापर्व पर व्रतियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई है। आज यानी मंगलवार को पटना आयुक्त कुमार रवि के साथ जिलाधिकारी चंद्रशेखर और एसपी के नेतृत्व में टीम ने दीघा घाट से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल ही इसका निरीक्षण किया है। वहीं इससे पहले सोमवार को भी वरीय अधिकारियों एवं नगर निगम की टीम द्वारा घाटों का निरीक्षण किया था। बता दें कि सोमवार को स्टीमर से दीघा घाट से गाय घाट तक निरीक्षण किया गया था। इसके अलावा भद्र घाट और ज्यूडिशियल घाट पर भी अधिकारियों ने पैदल निरीक्षण किया।
दरअसल, चार दिनों तक चलने वाला यह लोक आस्था का महापर्व 17 से 20 नवंबर तक मनाया जाएगा। हालांकि इसमें अभी दो सप्ताह से ज्यादा दिन बचे हुए हैं, लेकिन छठ की तैयारियां अभी से ही शुरू हो चुकी है। यही नहीं छठ पर्व मनाने के लिए घाटों पर और रास्तों में सुदृढ़ व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन की टीम पूरी तरह तैयार है। वहीं इसे लेकर पटना के आयुक्त कुमार रवि ने बताया कि हमारी टीम सभी घाटों का निरीक्षण कर रही है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार गंगा नदी का जलस्तर कम है और छठ के समय तक और ज्यादा कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ज्यादा से ज्यादा बेहतर घाट बनाने का प्रबंध करेगा। पटना आयुक्त कुमार रवि ने आगे कहा कि हम लोग इसका जायजा ले रहे हैं। सभी घाटों पर चेंजिंग रूम, पार्किंग, वॉच टावर, रोशनी, मेडिकल और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
इसके अलावा पटना आयुक्त कुमार रवि ने बताया कि इस बार गंगा नदी में पानी कम रहेगा। इससे खतरनाक घाटों की संख्या कम होगी। उन्होंने यह भी कहा कि जहां खतरनाक घाट होंगे उस पर हम लोग विचार करेंगे। सभी घाटों पर क्षेत्रफल के हिसाब से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम तैनात की जाएगी। बता दें कि पटना में दीघा घाट से लेकर दीदारगंज घाट तक लगभग 25 किलोमीटर का रेंज है। यहां इतनी ही दूरी में 108 गंगा घाट हैं, जहां छठ मनाया जाता है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा अभी तक खतरनाक घाटों की सूची तैयार नहीं की गई है।