पटना। चैनपुर प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ के झरने में फंसे सभी 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इन लोगों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम देवदूत बनकर आई है। वहीं एक और हादसा होते-होते बचा। झरने पर पिकनिक मनाने गए थे कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ झरने पर […]
पटना। चैनपुर प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ के झरने में फंसे सभी 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इन लोगों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम देवदूत बनकर आई है। वहीं एक और हादसा होते-होते बचा।
कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने गए रोहतास के कोचस के 11 लोग अचानक बह गए। तेज बहाव में फंस गए थे। स्थानीय लोगों द्वराा 2 घंटे बाद हादसे की जानका्री कैमूर जिला प्रशासन को दी गई। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय गोताखोर की सहायता से उनका रेसक्यू करने की कोशिश की लेकिन तेज बहाव के कारण यह संभव नहीं था।
देर रात एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को मामले की सूचना दी गई। लेकिन अंधेरा होने के कराण रेस्क्यू का काम आरंभ नहीं हो पाया।
घटनास्थल पर पंहुची SDRFऔर NDRF की टीम ने सोमवार की सुबह सभी लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू किया। सभी को सुरक्षित चैनपुर थाना लाया गया है। कैमूर जिलाधिकारी सावन कुमार ने बताया कि करकटगढ़ झरने में कोचस के करीबन 11 लोग फंसे हुए थे। शाम को इस मामले की सूचना प्रशासन को मिली। लोकल राहत बचाव टीम के साथ वहां पर रेस्क्यू संभव नहीं हो पया है। SDRFऔर NDRFकी टीम ने 15 घंटे बाद सुबह 8 बजे तक सफल रेस्क्यू किया है।