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Bihar News: तस्करों की गिरफ्तारी, बच्चों को ले जा रहा थे मजदूरी और सेक्स रैकेट के लिए

पटना। रेलवे सुरक्षा बल और बचपन बचाओं संगठन के कार्यकर्ता ने बिहार के सासाराम रेलवे स्टेशन पर 6 बच्चों को तस्करों से बचाया हैं।यो तस्कर इन बच्चों को बिहार और झारखंड से राजस्थान में बाल मजदुरी कराने के लिए लेकर जा रहे थे। रेड पड़ने पर 2 तस्करों को पकड़ लिया गया। इनकी पहचान जितेन्द्र […]

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Smugglers arrested, were taking children for labor and sex racket
  • June 13, 2024 9:02 am IST, Updated 10 months ago

पटना। रेलवे सुरक्षा बल और बचपन बचाओं संगठन के कार्यकर्ता ने बिहार के सासाराम रेलवे स्टेशन पर 6 बच्चों को तस्करों से बचाया हैं।यो तस्कर इन बच्चों को बिहार और झारखंड से राजस्थान में बाल मजदुरी कराने के लिए लेकर जा रहे थे। रेड पड़ने पर 2 तस्करों को पकड़ लिया गया। इनकी पहचान जितेन्द्र कुमार और गोरेलाल के नाम से हुई है। दोनों को बिहार के नवादा जिले के स्थानीय निवासीर हैं।

बच्चो की पहचान हुई

बिहार के मधुबनी में भारत-नेपाल बॉर्डर पर एसएसबी ने 3 तस्करों को अपनी हिरासत में लिया है। आरोपी 2 नाबालिग लड़कियों को देह व्यापार के लिए भारत से नेपाल लेकर जा रहे थे। जांच-पड़ताल पर पता चला कि केवल 15 हजार रूपये में दोनों लड़कियों को नेपाल भेजा जा रहा था। फिलहाल सैनिकों ने नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित बचाकर बालिका गृह भेज दिया है। रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी संजीव कुमार के मुताबिक इस मिशन के तहत सासासराम रेलवे स्टेशन पर जैसे ही सियाल्दा अजमेर एक्सप्रेस पहुंची हमने जांच-पड़ताल करना शुरू कर दिया है। हमें ट्रेन में 6 बच्चे मिले है जिनमें से 4 बच्चे बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं। बाकी के 2 की पहचान झारखंड के तिलैया के स्थानीय निवासी के रूप में हुई हैं।

आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज

पकड़े गए आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया है कि वह 4 बच्चों को अजमेर ले जा रहे थे। जिसके बाद इनसे नमक की फैक्ट्री में काम कराया जाता। बाकी के 2 बच्चों को राजस्थान के जयपुर ले जाया जा रहा था। जिसमें यह काजू बनाने वाली फैक्ट्ररी में काम करते। आरोपियो ने यह भी माना है कि इन बच्चों से जबरदस्ती वहां का कराया जाता। चंद रूपयों के लिए इन बच्चों से 10-12 घंटो का काम लिया जाता। आरोपियों के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया हैं। आरोपियो से पूछताछ अभी जारी है। छुड़ाए गए बच्चों को चाइल्ड हैल्पालाइन को सौप दिया गया है।


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