पटना। पिछले 2 दिनों में बिहार में छठ के दौरान तालाब, पोखर और नदी में डूबने के कारण 61 लोगों की मौत हो गई। कोसी, सीमांचल और पूर्व बिहार में 29 लोग पानी में डूब गए है। वहीं 29 में से केवल 26 लोगों के ही शव बरामद हुए है।
उत्तर बिहार में 13 लोग
मुंगेर में 4, भागलपुर में 4, मधेपुरा में 3, सहरसा में 3, लखीसराय में 2, पूर्णिया में 2, कटिहार में 2, अररिया में 1, खगड़िया में 5 लोगों की डूबने से मौत हो गई। मधेपुरा, पूर्णिया और अररिया में 3 लोगों की तलाश जारी है। उत्तर बिहार की बात करें तो वहां डूबने के कारण 13 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें पूर्वी चंपारण में 4, समस्तीपुर में 4, मुजफ्फरपुर में 3 लोगों की मौत हो गई है। सीतामढ़ी के बेलखंड में डेढ़ साल के एक बच्चे की डूबने से मौत हो गई। वहीं दरभंगा के हायाघाट में 9 साल का बच्चा डूब गया।
हादसे से सीख लेने की जरुरत
बेगूसराय में डूबने से 4 लोगों की जान चली गई, वैशाली के राजापाकर में एक युवक लापता हो गया। वहीं नालंदा जिले में 2 लोगों की जान चली गई। रोहतास में तिलौथू और दिनारा में 5 लोग पानी में डूब गए, जिनमें से 4 लोग डूब गए। लापरवाही की 3 कहानियों है, जिनसे सीख लिया जा सकता हैं। कोसी, सीमांचल, पूर्व बिहार में 29 और उत्तर बिहार में 13 पानी में डूब गए। सारण जिले के तरैया में छठ घाट पर नाव पर सेल्फी लेने के दौरान 8 बच्चे पानी में डूबकर लापता हो गए।