पटना: बिहार सरकार ने साइबर क्राइम से जुड़े मामले को रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है। जी हाँ आपको बता दें की अब राज्य के हर जिले में एक साइबर पुलिस थाना खोला जायेगा। यानि की राज्य भर में कुल 44 साइबर पुलिस थाने खुलेंगे। वहीं इस थानों का सही रूप से संचालन के […]
पटना: बिहार सरकार ने साइबर क्राइम से जुड़े मामले को रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है। जी हाँ आपको बता दें की अब राज्य के हर जिले में एक साइबर पुलिस थाना खोला जायेगा। यानि की राज्य भर में कुल 44 साइबर पुलिस थाने खुलेंगे। वहीं इस थानों का सही रूप से संचालन के लिए 44 डीएसपी की नियुक्ति की जाएगी। और इसके साथ-साथ आपको बता दें कि कुल 660 पदों पर भी नियुक्ति की जाएगी।
फैसले में क्या है
आपको बता दें कि बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में प्रशासी पदवर्ग समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि राज्य भर में कुल 44 थाने खोले जाएंगे और इन सभी थानों में एक डीएसपी को तैनात किया जाएगा। इसके साथ 660 पदों पर नियुक्ति जाएगी, जहाँ एक थाने में कुल 15 लोगों को तैनात किया जाएगा। जिसमे 1 डीएसपी, 4 पुलिस निरीक्षक, 1 प्रोग्रामर, 2 सिपाही, 3 डेटा सहायक और एक ड्राइवर सिपाही के रूप में तैनात किए जाएंगे। बता दें कि अब-तक बिहार में कोई भी साइबर थाना मौजूद नहीं है। जानकारी के मुताबिक अभी अपराध इकाई के अधीन चल रहे 74 साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया यूनिट को ही साइबर थानों में तब्दील किया जा सकता है।
लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामले
राज्य में लगातार साइबर क्राइम के मामले देखने को मिल रहे हैं। स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक अगर देखा जाये तो 2018 में बिहार में साइबर क्राइम के कुल 375 केस दर्ज़ किए गए थे। वहीँ अब हर ज़िले से साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। साल 2021 की अगर बात करें तो इस साल साइबर क्राइम के 1431 केस दर्ज़ कराए गए थे। अब अगर इन आंकड़ों पर नज़र डालेंगे तो आप देखेंगे कि तीन साल में बिहार में लगभग साइबर क्राइम की घटनाओं में तीन सौ प्रतिशत इज़ाफ़ा हुआ है।