पटना: बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद राज्य से हर रोज शराब से जुड़ी खबरें आती रहती हैं. इस कारण लगातार नीतीश कुमार सवालों के घेरे में आ रहे हैं. अभी कुछ महीने पहले ही राज्य में जहरीली शराब से कई मौतें हुई थीं. इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार अब […]
पटना: बिहार में शराबबंदी होने के बावजूद राज्य से हर रोज शराब से जुड़ी खबरें आती रहती हैं. इस कारण लगातार नीतीश कुमार सवालों के घेरे में आ रहे हैं. अभी कुछ महीने पहले ही राज्य में जहरीली शराब से कई मौतें हुई थीं. इन सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार अब एक नया प्लान तैयार करने जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार बिहार सरकार अब शराबियों पर लगाम लगाने के लिए उनका आधार रिकार्ड बनाने जा रही है. मद्द निषेध अधिकारियों का मानना है कि उनके इस कदम से शराबबंदियों को ट्रैक किया जा सकेगा.
आधार कार्ड से पकड़े जाएंगे शराबी
आधार रिकार्ड से पुलिस को यह जानकारी मिल जाएगी कि आरोपी शख्स ने पहली बार शराब पी है या दूसरी बार. साथ ही इस कदम से लोगों की पहचान कर पुलिस द्वारा सरकार लिकर हिस्ट्रीशीट बनाएगी. बता दें कि नए नियम के अनुसार दूसरी बार शराब पीते हुए पकड़े जाने पर सजा का प्रावधान है.
42 जगहों पर की जाएगी स्थापना
इसके लिए राज्यभर में आधार आथेंटिकेट करने वाली मशीन लगाई जाएगी. बताया जा रहा है कि पटना के अलावा राज्य के सारे जिला मुख्यालयों में इसकी स्थापना किया जाएगा. इस मशीन के जरिए आधार नंबर के जरिए शराब पीने के आदी लोगों की पहचान हो जाएगी.
लगातार आ रहे सवालों के घेरे में
मिली जानकारियों के अनुसार राज्यभर में पूरे 42 जगहों पर आधार आथेंटिकेट करने वाली मशीन लगेगी. साथ ही इस मशीन में बायोमेट्रिक डेटा भी दर्ज कराई जाएगी. बता दें कि लगातार विपक्ष द्वारा सरकार पर निशाना साधा जा रहा है कि बिहार में शराबबंदी कानून होने के बावजूद यहां शराब बैंन नहीं है. इसके अलावा बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री जब विपक्ष में थे तब लगातार शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधते थे.