पटना : CBI ने 5 मई को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘NEET-UG’ (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक) पेपर लीक मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की है. केंद्र की मोदी सरकार द्वारा जांच सौंपने की घोषणा के एक दिन बाद यह FIR दर्ज की गई है.
सीबीआई को दी जिम्मेदारी
नीट पेपर लीक मामले के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने एक्शन लिया है। मोदी सरकार ने एक्शन लेते हुए शनिवार को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक सुबोध सिंह को ससपेंड कर दिया है। साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में अनियमितताओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को दे दी हैं। वहीं जिम्मेदारी मिलते ही सीबीआई एक्शन मोड में हैं। जिम्मेदारी मिलने के पहले ही दिन मामला भी दर्ज कर लिया है।
23 जून को होना था ग्रेस नंबर पाने वालों का एग्जाम
केंद्र सरकार ने इसे देखते हुए शनिवार रात नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की घोषणा कर दी. एग्जाम आज रविवार 23 जून को होना था. परीक्षा उन स्टूडेंट्स के लिए आयोजित किया जाना था, जिसमें उन छात्रों को शामिल होना था, जिन्हें ग्रेस मार्क्स मिले थे. कुल स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिया गया था. जबकि 67 स्टूडेंट्स को इस बार पूरे 720 में 720 अंक दिए गए थे. जिसके बाद छात्र प्रदर्शन में उतर गए. नीट-यूजी परीक्षा 5 मई को 4,750 सेंटरों पर आयोजित हुई थी और इसमें करीब 24 लाख स्टूडेंट्स भाग लिए थे. परीक्षा रिजल्ट 14 जून को घोषित होने थे, लेकिन 4 जून को आमचुनाव के परिणाम वाले दिन ही घोषित कर दिया गया।