पटना। नीट पेपर लीक मामले में हर दिन एक नया खुलासा हो रहा है। अब नीट मामले में रवि अत्री का नाम सामने आ रहा है। रवि अत्री अभी यूपी की मेरठ जेल में बंद हैं। बताया जा रहा है कि रवि अत्री के गैंग ने पटना और नालंदा की सीमा से नीट एग्जाम का […]
पटना। नीट पेपर लीक मामले में हर दिन एक नया खुलासा हो रहा है। अब नीट मामले में रवि अत्री का नाम सामने आ रहा है। रवि अत्री अभी यूपी की मेरठ जेल में बंद हैं। बताया जा रहा है कि रवि अत्री के गैंग ने पटना और नालंदा की सीमा से नीट एग्जाम का पेपर लीक किया। रवि का नाम यूपी में कई भर्तियों के पेपर लीक कराने के मामले में सामने आ चुका है। रवि उत्तर प्रदेश की सिपाही भर्ती एग्जाम के पेपर लीक कराने का मास्टरमाइंड रह चुका है।
सूत्रो के मुताबिक रवि अत्री का कनेक्शन नीट पेपर लीक से हैं। बिहार ईओयू को इस मामले में सबूत मिले है। पटना और नालंदा बार्डर से नीट एग्जाम का पेपर लीक कराया गया था। रवि अत्री के बिहार में 2 गुर्गे हैं जिसमें से एक का नाम अतुल वत्स और दूसरे का नाम संजीव मुखिया है। अतुल मूलरूप से जहानाबाद का स्थानीय निवासी है। फिलहाल वह फरार है। संजीव मुखिया को ईओयू ने हिरासत में ले लिया है। रिपार्ट के अनुसार ईओयू को सबूत मिले है कि नीट एग्जाम का पेपर पटना और नालंदा सीमा से ही लीक कराया गया था। बताया जा रहा है कि सॉल्वर गैंग को एग्जाम से एक दिन पहले ही नीट का पेपर मिल गया था। पटना के एक स्कूल और हॉस्टल में नीट अभ्यार्थियों को जमा कर उनसे एग्जाम के प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे। रांची के भी एक कॉलेज में छात्रों से पेपर सॉल्व करवाने की जानकारी मिली थी।
बता दें कि रवि अत्री ग्रेटर नोएडा के लिम्का गावं का स्थानीय निवासी हैं। वह सन् 2007 में मेडिकल की तैयारी करने कोटा गया था,लेकिन वहां जाकर वह सॉल्वर गैंग के संपर्क में आ गया। जिसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी और वह पेपर लीक और परिक्षा धांधली कराने के कामों में लग गया। नीट पेपर लीक से पहले रवि मेडिकल एंट्रेस परिक्षा का पेपर लीक करवा चुका हैं। नीट पेपर लीक में रवि अत्री का नाम सामने आने से परिक्षा जांच एजेंसी उससे पूछताछ कर सकती है।