पटना: इन दिनों देश के तमाम राज्यों में भीषण गर्मी व लू की स्थिति बनी हुई है। प्रचंड गर्मी में माइग्रेन का दर्द और बढ़ सकता है! रिसर्चर के मुताबिक गर्मी में माइग्रेन के मरीजों का सिरदर्द पहले के तुलना में और बढ़ सकता है। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी के सिरदर्द एक्सपर्ट विन्सेंट मार्टिन का मानना है कि मौसम बदलने से भी माइग्रेन की परेशानी बढ़ सकती है।
इंजेक्शन के जरिए दी जाती फ्रीमैनजुमाब दवा
इस रिसर्च में फ्रीमैनजुमाब नाम की दवा के उपयोग पर फोकस किया गया। यह दवा इंजेक्शन द्वारा दी जाती है और माइग्रेन के इलाज में उपयोग की जाती है। रिसर्चर ने 660 माइग्रेन के मरीजों के रोजाना के डायरी के डेटा को इलाके के मौसम के आंकड़ों से मिलाया। जिसमें पाया गया कि तापमान में हर 0.12 डिग्री सेल्सियस की बढ़त के साथ सिरदर्द होने का खतरा 6 परसेंट बढ़ जाता है।
फ्रीमैनजुमाब दवा से मरीजों को मिला आराम
हालांकि जिन मरीजों ने फ्रीमैनजुमाब की दवा ली उनको गर्मी के कारण से होने वाले सिरदर्द की दिक्क्त नहीं हुई। न्यूयॉर्क के इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर फ्रेड कोहेन का मानना है कि यह पहला रिसर्च है जिसके माध्यम से पता चलता है कि कैल्सीटोनिन जीन-संबंधित पेप्टाइड (सीजीआरपी) को रोकने वाली माइग्रेन की दवाएं मौसम के कारण से होने वाले सिरदर्द का इलाज कर सकती हैं। आने वाले दौर में और रिसर्च किए जाएं तो यह दवा मौसम के कारण से माइग्रेन की परेशानी से जूझ रहे लोगों के लिए अधिक सहायक साबित हो सकती है।