गया: बीते दिनों बिहार के गया जिले में मोर्टार की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत के मामले में सेना की तरफ से बयान सामने आया है. सेना ने बयान जारी करते हुए यह साफ मना कर दिया है कि सेना ने कोई मोटार नहीं दागा है. मामले में सेना ने स्पष्ट तौर पर मना कर दिया है कि ट्रेनिंग रेंज में किसी तरह का कोई भी मोर्टार गोला नहीं दागा गया. दानापुर छावनी के प्रशासनिक कमांडेंट कर्नल दुष्यंत सिंह चौहान के बयान जारी करते हुए कहा है कि गया में देउरी डुमरी फायरिंग रेंज में मोर्टार फायरिंग के लिए किसी तरह की मंजूरी नहीं दी गई थी.
अधिकारी ने किया इंकार
इस मामले में उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट किया जाता है कि 8 मार्च 2023 को देउरी डुमरी फील्ड फायरिंग रेंज में कोई मोर्टार नहीं दागा गया है. अधिसूचित फायरिंग रेंज में फायरिंग से पहले मंजूरी दैनिक आधार पर स्थानीय नागरिक प्रशासन से ली जाती है.”
गड्ढे की तश्वीर का जिक्र
अपने बयान में सेना के अधिकारी ने अपनी बात की प्रमाणिकता देते हुए कहा कि विस्फोट के प्रभाव से घटना स्थल पर बने गड्ढे की रिपोर्ट और तस्वीरों का जिक्र किया. इस घटना पर उन्होंने कहा कि “यह देखा गया है कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग जमीन में एक गोलाकार आकार का गड्ढा दिखा रहे हैं और कह रहे हैं कि ये मोर्टार दागने से बना है. जबकि मोर्टार शेल विस्फोट इस तरह के निशान नहीं छोड़ता है.”