पटना।एग्जिट पोल(Exit Poll)के आंकड़े आने के बाद जहां बिहार के मुख्यमंत्री दिल्ली की तरफ रवाना हो गए है। वहीं अब आकंड़ों(Exit Poll) पर बिहार में जबरदस्त बयानबाजी हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बहुत करीबी जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने एग्जिट पोल को सच्चाई के करीब बताया है। राजद पार्टी को लग रहा था कि वो इस बार 15-20 सीटे जीत लेगी। इसलिए वह एग्जिट पोल के नतीजे को नकार रही है। रविवार को पत्रकारों से बात-चीत के दौरान अशोक चौधरी ने कहा है कि जेडीयू की बिहार में कम सीटे नहीं होगी। एक या दो सीट के लिए मैं नहीं कह सकता, लेकिन पिछले चुनाव की तरह नतीजे रहेंगे। जेडीयू की सीटें कम नहीं हो रहीं है।
भाजपा को मिला स्वर्ण वोट
अशोक चौधरी का कहना है कि एग्जिट पोल में जो आंकड़े आए है। ये भाजपा के किसी उम्मीदवार की नहीं है। उनका कहना है कि ये मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के वोट है। लेकिन जो ये बात कहते है कि नीतीश जी का वोट बैंक टूटा है। उन्हें बता दूं कि नीतीश जी का वोट बैंक इंटैक्ट है। नीतीश कुमार का महादलित, बहुत पिछड़ा मोदी का स्वर्ण वोट है। नीतीश कुमार के कारण एनडीए का वोट बैंक मजबूत हुआ है। इस चुनाव से एक बार फिर यह बात साबित हुई है कि बिहार में नीतीश कुमार एक फैक्टर है।
इंडिया गठबंधन के पास कोई नेता नहीं है
इधर जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि जनता को पता है कि इंडिया गठबंधन के पास कोई नेता नहीं है। न कोई नीति है और न नियत। सशक्त सरकार और सशक्त नेतृत्व की महत्वकांक्षा एनडीए ही पूरा करेगा। अभिषेक का यह भी कहना है कि 4 जून को सब कुछ सामने आ जाएगा। दूसरी तरफ भाजपा की प्रवक्ता पूनम सिंह का कहना है कि एग्जिट पोल अलग-अलग तरह की एजेंसियो ने अपने तरीके कराए होंगे। जिसे मैं नकार नहीं रहा हूं। यह उन एजेंसियों का कार्य है। लेकिन यह भी सच है कि एनडीए जिस लक्ष्य को लेकर चुनाव से पहले की बात कर रहा था, आज भी वहीं बोल रहा है।