पटना। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम गाइडलाइन(NTEP)की गाइडलाइन में कुछ जरूरी बदलाव किए गए है। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी के मरीजों को दी जाने वाली पोषण राशि अब सीधे उनके खाते में जमा की जाएगी। जिससे वह अपना बेहतर इलाज करा सकें। भारत सरकार की नयी गाइलाइन के अनुसार टीबी का इलाज करा रहे मरीजों को टीबी की बीमारी कंफर्म होने पर पोषण राशि के रूप में उनके खाते में 1500 रुपये की राशि जमा कर दी जाएगी।
पोषण की राशि में हुई बढ़ोतरी
भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन(NTEP) के अनुसार पहले मरीजों को इलाज के प्रारंभ होने पर हर महीने 500 रुपये जमा किए जाते थे। पर अब नई गाइडलाइन के मुताबिक टीबी के नोटिफाई होते ही मरीज को अग्रिम राशि के रूप में 1500 रुपये दिए जाएंगे। इससे मरीज अपने इलाज के दौरान अपनी पोषण की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होगा। दवा के साथ भरपूर भोजन मरीज को जल्दी स्वस्थ होने में मददगार साबित होता है। पहले दी जाने वाली राशि पोषण के तौर पर मरीजों को दी जाएगी ताकि वह टीबी के दौरान अपने पोषण स्तर को बेहतर कर सके।
टीबी चैंपियन स्पुटम कैरियर की भूमिका
नयी गाइडलाइन के अनुसार,अब टीबी चैंपियन स्पुटम कैरियर का भी काम करेंगे।गांव के नजदीकी प्राथमिक एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीज का बलगम पहुंचाने का काम टीबी चैंपियन करेंगे। चैंपियन को 200 की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। प्राथमिक एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीज का बलगम पहुंचाने का काम करने पर उन्हें 400 रुपये की राशि को दी जाएगी। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम(NTEP) के अंदर निजी चिकित्सक, अस्पताल एवं क्लिनिक द्वारा टीबी रोगियों का नोटिफिकेशन एवं इलाज कर सफलतापूर्वक रिपोर्ट देने के बाद नोटिफिकेशन के तौर पर उन्हें 500 रुपये दिए जाएंगे और इलाज के अंत में आउटकम रिपोर्ट आने के बाद 500 रुपये प्रति मरीज की दर से दिया जाएंगे।