पटना। बिहार की राजधानी पटना में डेयरी उद्योग को मजबूत करने की एक पहल की जा रही है। पूरे राज्य में 9 अरब 98 करोड़ 36 लाख नए डेयरी फार्म खोले जाएंगे। दूध प्रसंस्करण इकाई और कलेक्शन सेंटर भी खोले जाएंगे. गांव के डेयरी उद्योग को मजबूत बनाने के लिए सरकार की तरफ से 27 […]
पटना। बिहार की राजधानी पटना में डेयरी उद्योग को मजबूत करने की एक पहल की जा रही है। पूरे राज्य में 9 अरब 98 करोड़ 36 लाख नए डेयरी फार्म खोले जाएंगे। दूध प्रसंस्करण इकाई और कलेक्शन सेंटर भी खोले जाएंगे. गांव के डेयरी उद्योग को मजबूत बनाने के लिए सरकार की तरफ से 27 अरब 65 करोड़ 76 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
इस राशि का उपयोग नए डेयरी फार्म व दूध कलेक्शन सेंटर, पशु पोषण, दूध की मार्केटिंग, दूध प्रसंस्करण इकाइयों को खोलने में लगाए जाएंगे। चौथे कृषि रोड में इन योजनाओं को चलाया जाएगा। योजनाओं को स्वीकृति मिलने के बाद लक्ष्य तय करके आवंटित किया जाएगा।
पूरे बिहार में डेयरी के उद्योग खोलने के लिए 9अरब 98 करोड़ 36 लाख राशि का अनुमान लगाया जा रहा है। इस अनुमानित राशि में सरकार की ओर से 27 अरब 65 करोड़ 76 लाख रुपये का अनुदान डेयरी उद्योग के विकास में खर्च किए जाएंगे। इसी राशि का उपयोग लोगों को प्रशिक्षण में देने में किया जाएगा। दूध प्रसंस्करण में आने वाले वाला खर्च सरकार की तरफ से दिया जाएगा। दूध प्रसंस्करण के लिए 4 अरब 95 करोड़ 73 लाख की राशि की आर्थिक सहायता भी सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। दूध की मार्केटिंग पर कुल खर्च 5 अरब 87 करोड़ 60 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
पशुओं के पोषण पर 2 अरब 60 करोड़ पांच लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इस पर सरकार की ओर से एक अरब 71 करोड़ 65 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। दूध कलेक्शन सेंटर बनाने में खर्च होगें 8 अरब 58 करोड़ दो लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस पर सरकार की ओर से 7 अरब 98 करोड़ 60 लाख की राशि देगी। इस राशि से सुलभता से दूध का संग्रहण किया जा सकेगा। ज्यादा से ज्यादा पशुपालकों से दूध को खरीदा जा सकेगा।
दूध उत्पादन के कार्य में राष्ट्रीय औसत से कही अधिक आगे बढ़ेगी। बिहार दूध उत्पादन में बिहार देश भर में 8वें स्थान पर है। बिहार में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 400 ग्राम है।बल्कि दूध उत्पादन में बिहार राष्ट्रीय औसत से आगे है। दूध का उत्पादन का राष्ट्रीय औसत 5.29 प्रतिशत है।वहीं बिहार में दूध उत्पादन का औसत 7.3 प्रतिशत है।