Prashant Kishor: पांचवें चरण के मतदान के बीच प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, बताया अपना संकल्प

पटना। लोकसभा चुनाव को लेकर आज प्रदेश में पांचवें चरण का मतदान जारी है। इसी बीच चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बड़ा दावा किया है। दरअसल, आज सोमवार (20 मई) को पीके ने अपना बयान जारी किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि लोगों ने बताया कि बिहार में […]

Advertisement
Prashant Kishor: पांचवें चरण के मतदान के बीच प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, बताया अपना संकल्प

Nidhi Kushwaha

  • May 20, 2024 12:12 pm IST, Updated 6 months ago

पटना। लोकसभा चुनाव को लेकर आज प्रदेश में पांचवें चरण का मतदान जारी है। इसी बीच चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बड़ा दावा किया है। दरअसल, आज सोमवार (20 मई) को पीके ने अपना बयान जारी किया। प्रशांत किशोर ने कहा कि लोगों ने बताया कि बिहार में सबसे ज्यादा परेशान बुजुर्ग लोग हैं, जो मजदूरी भी नहीं कर सकते हैं। प्रशांत किशोर ने ये वादा किया कि अगर जन सुराज सत्ता में आती है तो 60 साल से अधिक उम्र की महिला और पुरुषों के लिए हर महीने दो हजार रुपये पेंशन की व्यवस्था की जाएगी।

प्रशांत किशोर ने कही बड़ी बात

इस दौरान प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा, इस बार हम संकल्प लेकर आए हैं। हमने किसी नेता और दल का नहीं आपका हाथ पकड़ा है, आपके बच्चों का हाथ पकड़ा है। दो साल में जैसे आप दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही समाज को मथकर, बिहार को मथकर ऐसे लोगों को निकालेंगे, जिसको आपके आशीर्वाद और वोट से जिताकर लाएं और जनता का राज बनाएं। दो साल में जनता का राज बनेगा।

नौकरी का संपल्प- प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारा पहला संकल्प है, नाली-गली बने चाहे न बने, स्कूल-अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा, लेकिन साल भर के अंदर आपके घर से जितने लोग बाहर कमाने गए हैं या आपके गांव में जितने युवा बेरोजगार बैठे हैं उनके लिए कम से कम 10 से 15 हजार का रोजी-रोजगार बिहार में करके दिया जाएगा।

प्रशांत किशोर ने लोगों से कहा कि अगली बार वोट रोजगार के लिए होना चाहिए कि पांच किलो अनाज के लिए? इस पर लोगों ने जवाब में रोजगार कहा। इसके बाद उन्होंने लोगों से एक और सवाल किया कि आपको अपने बच्चों के लिए पढ़ाई चाहिए या अपनी जाति का नेता चाहिए? इस पर लोगों ने जवाब दिया कि बच्चों के लिए पढ़ाई चाहिए।

Advertisement