पटना। तमिलनाडु में बिहार के लोगों पर हमले हो रहे हैं। इस हमले में अब तक 2 लोगों की मौत हो गई है , जबकि हज़ारों बिहारी मजदूर अब भी अपने कमरे में कैद हैं। वो अपने राज्य बिहार वापस लौटना चाहते हैं, लेकिन डर के मारे अपने कमरे में बंद है ताकि उनके साथ कोई अनहोनी न हो जाए।
पीएम और सीएम से लगाई जान बचाने की गुहार
तमिलनाडु में फंसे हुए मजदूर बिहार के कई जिलों से हैं। पीड़ित मजदूर सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर पीएम मोदी एवं सीएम नीतीश कुमार से जान बचा लेने की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने सुरक्षित राज्य वापस भेजने की अपील की है। खबर के मुताबिक कुछ महीने पहले हिंदी बोलने वाले बिहारी मजदूरों और स्थानीय तमिलनाडु मजदूरों के बीच एक बैठक हुई थी। जिसमें उन लोगों की तरफ से कहा गया था कि 800 रुपये के बदले हर दिन 1200 मजदूरी लेनी है। लेकिन इन्होने ऐसा करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद पिछले 1 महीने से इनके ऊपर जानलेवा हमले हो रहे हैं। वो लोग बिहारी मजदूरों को तमिलनाडु से भगाने के लिए ऐसा कर रहे है।
बिहारियों की वजह से नहीं मिल रही नौकरी
इस मामले में तमिलनाडु पुलिस की तरफ से संतोषजनक कार्रवाई नहीं हो रही है। वहां चुन चुन कर बिहार समेत हिन्दीभाषी मजदूरों पर स्थानीय लोग चाकू और कुल्हाड़ियों से हमला कर रहे हैं। इस घटना में न सिर्फ 2 लोगों की मौत हुई जबकि 50 से ज्यादा घायल भी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिहारी लोगों की वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा है। रास्ता, बस स्टैंड , ट्रेन हो या फुटपाथ , जहां भी बिहारी दिख जाते है, वो लोग पीटना शुरू कर देते हैं।