पटना। आज रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी इंडिया गठबंधन इकट्ठा होंगे. शराब नीति मामले में 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के CM और AAP पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को अरेस्ट किया है। इसके बाद से ही देश भर में सियासी पारा तेज है। इसको देखते हुए INDIA […]
पटना। आज रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी इंडिया गठबंधन इकट्ठा होंगे. शराब नीति मामले में 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के CM और AAP पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को अरेस्ट किया है। इसके बाद से ही देश भर में सियासी पारा तेज है। इसको देखते हुए INDIA Alliance आज रामलीला मैदान में महादंगल कार्यक्रम का आगाज करने जा रहा है। इस रैली को ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली (Lokatantra Bachao Rally) का नाम दिया गया है. आज हो रहे विपक्षी इंडिया गठबंधन द्वारा कार्यक्रम को विपक्ष की ताकत व एकता दोनों के प्रदर्शन के रूप में बताया जा रहा है.
वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी ने कहा कि यह रैली आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शराब नीति मामले में ED द्वारा करवाई के विरोध में होने जा रहा है. सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस ने इस रैली को लेकर कहा कि विरोध ‘व्यक्ति-विशेष’ नहीं है और विपक्ष बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाएगा.
बता दें कि दिल्ली स्थित रामलीला मैदान के बाहर सुरक्षा के बंदोबस्त जबरदस्त है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, रामलीला मैदान के सभी गेट पर ‘व्यापक’ सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है और कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास CISF के जवानों को तैनात किया गया है.
दिल्ली के CM और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल भी इंडिया गठबंधन की लोकतंत्र बचाओं रैली (Lokatantra Bachao Rally) में भाग लेंगी. केजरीवाल के अरेस्ट होने के बाद सुनीता लगातार केजरीवाल का पक्ष जनता के समक्ष रख रही हैं.
आज हो रहे इंडिया गठबंधन की लोकतंत्र बचाओ रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, NCP से शरद पवार, शिवसेना से उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव, RJD से तेजस्वी यादव, झारखंड के CM चंपई सोरेन, पंजाब के CM भगवंत मान, CPI से डी राजा, TMC से डेरेक ओ ब्रायन, CPI -M से सीता राम येचुरी व PDP से महबूबा मुफ्ती सहित कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की पहुंचने की आशंका है।