रांची: झांरखंड में सियासी उठा-पटक जारी हैं. ईडी ने बीते दिन हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया हैं। CM हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में आदिवासी संगठनों का झारखंड बंद और विरोध प्रदर्शन राज्यभर में किया जाएगा। इसको लेकर विभिन्न सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किये गये हैं।
झारखंड बंद रहने का ऐलान
सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर झारखंड के आदिवासी और मूलवासी संगठनों में रोष है। मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में संगठनों ने गुरुवार 1 फरवरी 2024 को झारखंड बंद का एलान किया है। इसको लेकर राज्यभर में विभिन्न आदिवासी संगठन के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं। इसके अलावा राजधानी रांची में व्यापक विरोध प्रदर्शन होने के आसार हैं.
झामुमो ने किया बंद से किनारा
इस बंद को लेकर जेएमएम ने खुद को अलग रखा है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने कहा है कि विभिन्न जन संवाद माध्यमों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान राजनैतिक परिस्थिति के कारण दिनांक 01 फरवरी 2024 को बंद बुलाया गया है, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा के नाम से दर्शाया गया है. लेकिन झामुमो इस खबर का खंडन करती है, साथ ही अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं से संयम बरतने की अपील करती है।
हेमंत सोरेन गिरफ्तार
बता दें कि रांची जमीन घोटाला मामले में सीएम हेमंत सोरेन से ईडी पूछताछ कर रही थी. इसी क्रम में उन्हें बुधवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. वे ईडी अधिकारियों की हिरासत में ही इस्तीफा देने के लिए राजभवन गए थे। इसके बाद चंपई सोरेन को झारखंड का नया सीएम बनाने की घोषणा की गयी है।
भाभी सीता सोरेन बनना चाहती थी मुख्यमंत्री
अटकलें लगाई जा रही थी। अगर हेमंत सोरेन गिरफ्तार होते हैं तो वो अपनी जगह मुख्यमंत्री की कुर्सी अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को सौंप सकते हैं और इसी बारे में उन्होंने मंगलवार को जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायकों के साथ बैठक भी की थी। लेकिन विरोध के स्वर मुख्यमंत्री के घर से उठ रहे हैं और उनका विरोध करने वाली उनकी अपनी सगी भाभी सीता सोरेन थी। भाभी सीता सोरेन का कहना था कि सीएम बनने का अधिकार केवल उन्हें हैं क्योंकि वह बड़ी बहु हैं उन्हें कल्पना सोरेन के नाम पर आपत्ति हैं। हांलाकि चंपई सोरेन को झारखंड का नया सीएम बनाया गया है।