पटना। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार पर ED का शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी की टीम ने सोमवार को लालू यादव से 10 घंटे लगातार पूछताछ की तो वहीं आज पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ हो रही है। इसी बीच राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने लालू परिवार […]
पटना। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार पर ED का शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी की टीम ने सोमवार को लालू यादव से 10 घंटे लगातार पूछताछ की तो वहीं आज पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ हो रही है। इसी बीच राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने लालू परिवार पर तंज कसा है।
हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि का जी का चाहतें हैं आप? नौकरी देकर जमीन लिखवा लीजिए कुछ ना हो? सेना की जमीन बेच दीजिए कुछ ना हो? सैकड़ो करोड़ रुपया घर में रखिए कुछ ना हो? भाई ऐसा है ई “मोदी राज” है,जनता का पैसा खाईएगा तो हवालात का हवा भी खाना पड़ेगा।“जस करनी तस भोग” .
नौकरी के बदले जमीन का घोटाला 14 साल पहले का है। केंद्र में यूपीए की सरकार थी और लालू यादव रेल मंत्री थे। सीबीआई का कहना है कि लोगों को रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्सटीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया था। जब इनका जमीन को लेकर सौदा हो गया तो उनकी नौकरी रेगुलर कर दी गयी। सीबीआई जांच के दौरान ये बात सामने आयी कि रेलवे में सब्सटीट्यूट भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं हुआ था। वहीं जिन परिवारों ने लालू यादव को अपनी जमीन दी उनके सदस्यों को जयपुर, हाजीपुर, जबलपुर, कोलकाता, मुंबई और जबलपुर में नियुक्त किया गया था। इसे लेकर सीबीआई का कहना है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने जमीन के बदले 7 अयोग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी थी।