पटना। 500 वर्षों के बाद रामलला आज राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालस्वरूप रामलला की पूजा-अर्चना कर अनुष्ठान पूरा किया। लोगों को रामलला के अलौकिक स्वरूप का दर्शन प्राप्त हुआ। रामलला के स्वागत के लिए बिहारवासी भी उत्सुक रहे। राज्य में घर-घर में रामलला का स्वागत किया गया। इसे लेकर गांव से लेकर शहर तक जश्न का माहौल रहा। ठंड के बावजूद भी लोगों का उत्साह देखते हुए बन रहा था।
लहरा रहा राम पताका
रविवार से ही शहर से लेकर गांव तक में मंदिरों की सफाई की गई। दीपोत्सव को लेकर लोगों ने दीये ख़रीदे। जगह-जगह पर अष्टयाम का आयोजन किया गया। बाइक, कार, ऑटो पर लोग राम पताका लगाकर घूम रहे थे। मंदिरों में रंगोली बनाई गई थी। सभी अपने घरों में पकवान बना रहे हैं। सीतामढ़ी स्थित मां जानकी के जन्मस्थान पुनौरा धाम में उत्सव हो रही।
की गई पुष्प वर्षा
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या में कई प्रतिष्ठित अतिथि पहुंचे। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सेना के हेलीकॉप्टर ने पुष्प वर्षा की। 50 वाद्ययंत्र से मंगल ध्वनि बजाया गया। मौके पर मौजूद मेहमान घंटिया बजा रहे थे। 121 आचार्यों ने अनुष्ठान का संचालन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला को साष्टांग दंडवत किया। गर्भ गृह में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उपस्थित रहीं।