पटना। अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। कार्यक्रम 22 जनवरी तक चलेंगे। अयोध्या में मेहमानों का आना शुरू हो चुका है। हालांकि इस कार्यक्रम से विपक्ष ने दूरी बनाई है और इसे लेकर राजनीति भी तेज है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने राम मंदिर को लेकर प्रतिक्रिया दी है।
होनी चाहिए राम की पूजा
मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि भारत के नागरिक होने की हैसियत से लोग भगवान राम की पूजा करते हैं। कुछ विपक्ष के लोग राजनीति करते हैं और कहते हैं कि अयोध्या नहीं जाएंगे। इसका मतलब है कि उन्हें भगवान राम के प्रति श्रद्धा नहीं है, भगवान राम सबके हैं, सबके दिल में हैं इसलिए उनकी पूजा होनी चाहिए।
16 से 22 जनवरी तक कार्यक्रम-
- 16 जनवरी को प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन
- 17 जनवरी को मूर्ति का परिसर में प्रवेश
- 18 जनवरी को गर्भ गृह में मूर्ति का प्रवेश, तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास,गंधाधिवास
- 19 जनवरी को औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास,धान्याधिवास
- 20 जनवरी को शर्कराधिवास, फलाधिवास और पुष्पाधिवास
- 21 जनवरी को मध्याधिवास और शय्याधिवास होगा
- 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा