पटना। बिहार में इन दिनों राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बयान पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें(सुशील मोदी) पहले अपना भविष्य बताना चाहिए। आज भी खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं। […]
पटना। बिहार में इन दिनों राजनीति गरमाई हुई है। भाजपा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बयान पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें(सुशील मोदी) पहले अपना भविष्य बताना चाहिए। आज भी खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए हैं। हम लोग अपने वादे को पूरा कर रहे हैं। आने वाले 12 जनवरी को लाखों की तादाद में दूसरे चरण के नवनियुक्त शिक्षकों को राजकीय दर्जा दिया जाएगा।
बता दें कि सुशील मोदी ने तंज कसते हुए कहा था कि नीतीश कुमार ब्लैकमेल करके संयोजक बनने जा रहे हैं। उनको उम्मीद थी की वे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनेंगे। इसलिए वे NDA से अलग हुए कि INDIA उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएगा। लेकिन उन्हें झुनझुना थमा दिया गया। संयोजक का काम मुंशी का काम है, फोन करके सूचना देना और मीटिंग बुलाना। नीतीश कुमार को कौन पूछने वाला है? वे 44 विधायक के नेता हैं ममता बनर्जी के 215 विधायक हैं, वे बंगाल में CPM और ममता बनर्जी में समझौता करा सकते हैं?
मालूम हो कि भाजपा के नेता लगातार नीतीश कुमार पर तंज कस रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन की संयोजक नहीं बनाये जाने से नाराज चल रहे हैं। लालू यादव ने अपने जाल में फंसाकर नीतीश को साइड लाइन करने की तैयारी कर ली है। तेजस्वी अब बिहार के सीएम बन जायेंगे और नीतीश कुमार झुनझुना बजाएंगे।