पटना। देश में एक बार फिर से बढ़ते कोरोना वायरस के नए सब वेरिएंट जेएन.1 को लेकर अब बिहार में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गई है। बता दें कि शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों के जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखा। ये पत्र सिविल सर्जन के साथ-साथ पटना एम्स, आईजीआईएमएस, आरएमआरआई के निदेशक/प्राचार्य/अधीक्षक को भी लिखा गया है। इस पत्र के द्वारा सरकारी और निजी अस्पतालों को भी अलर्ट किया गया है।
पटना में मिले दो नए केस
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए इस पत्र में कहा गया है कि देश के दक्षिणवर्ती राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों और नए सब-वेरिएंट जेएन.1 के केस पाए जाने को लेकर निर्देश जारी किए जा रहे हैं। बता दें कि पटना में गुरुवार को कोरोना वायरस के दो नए केस मिले। जिसमें से एक केरल तो दूसरा व्यक्ति असम की यात्रा से लौटा है। हालांकि, इनमें नए वेरिएंट जेएन.1 की पुष्टि नहीं की गई है।
पत्र में क्या लिखा गया?
- जिलों में कोविड जांच एवं विशेष तौर पर RT-PCR जांच की संख्या बढ़ाई जाएं।
- अस्पताल में आने वाले सभी बुखार, खांसी एवं श्वसन संबंधी बिमारियों के पीड़ितों की कोविड जांच कराई जाए।
- सभी ILI एवं SARI के मामलों की IHIP पोर्टल पर प्रविष्टि सुनिश्चित की जाए।
- अस्पतालों में ऑक्सीजन तथा ICU बेड की कार्यशीलता के साथ-साथ दवा, चिकित्सक, ऑक्सीजन उपकरणों रिएजेंट की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए उनकी कार्यशीलता सुनिश्चित की जाए।
- अस्पताल परिसर में कोविड समुचित व्यवहार यथा मास्क का उपयोग, सैनिटाइजर की उपलब्धता आदि का अनुपालन करवाया जाए।
- सभी सिविल सर्जन अपने स्तर से सरकारी निजी अस्पतालों एवं लैब से सतत सूचना संकलन के लिए समय-समय पर समीक्षा बैठक करें एवं आकड़ों की एंट्री Covid health.bihar.gov.in पर अपडेट की जाए।
- इसके अलावा पटना, गया एवं दरभंगा एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम कोरोना जांच की जाए।