पटना। बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज गेस्ट हाउस में डॉक्टरों की शराब पार्टी का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसपर अब सियासत शुरु हो गई है। एक तरफ इसपर पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव नीतीश कुमार पर हमलावर हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी ने भी मोर्चा खोल दिया है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय […]
पटना। बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज गेस्ट हाउस में डॉक्टरों की शराब पार्टी का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसपर अब सियासत शुरु हो गई है। एक तरफ इसपर पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव नीतीश कुमार पर हमलावर हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी ने भी मोर्चा खोल दिया है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने पुलिस पर शराब का कारोबार चलवाने को लेकर आरोप लगाया है।
बता दें कि बिहार के बड़े मेडिकल संस्थान डीएमसीएच में डॉक्टर के कॉन्फ्रेंस के दौरान शराब का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में शामिल डॉक्टर फरार चल रहे हैं। पुलिस ने भी इस पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। यही नहीं पुलिस ने गेस्ट हाउस से शराब की कई बोतलें और अन्य सबूत जब्त किए हैं। साथ ही इस पर सियासित भी चरम पर है।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार में खराबबंदी पूरी तरह से लागू होनी चाहिए। पर नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। नित्यानंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार की शराब नीति में कई खामियां हैं लेकिन मुख्यमंत्री कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। सरकार की थाना पुलिस शराब बनवाने और बड़े लोगों तक शराब पहुंचाने में लगी है। राज्य में अवैध शराब का व्यापार हो रहा है , नकली शराब पीकर लोग मर रहे हैं। इतने के बाद भी ये कारोबार बंद नहीं हो रहा है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार को शराबबंदी फेल होने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी सिर्फ दिखावा है। इसी कारण डॉक्टरों की पार्टी में शराब का दौर चला। हर जगह शराब उपलब्ध है और होम डिलीवरी की सुविधा मिल रही है। नीतीश कुमार के शासन में बैठे लोगों के संरक्षण में शराबबंदी की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शराबबंदी के नाम पर अवैध कमाई करने वाले बड़े-बड़े माफिया गिरोह खड़े हैं, जिन्हें सीएम नीतीश का संरक्षण मिला है।