पटना। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में राजनीति जगत के दिग्गजों से सजे कार्यक्रम ‘मंच’ का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने हिस्सा लिया। इस दौरान चिराग पासवान ने कई सवालों के बेबाक अंदाज में जवाब दिए। यही नहीं उन्होंने बिहार सरकार पर भी तंज कसते हुए […]
पटना। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में राजनीति जगत के दिग्गजों से सजे कार्यक्रम ‘मंच’ का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने हिस्सा लिया। इस दौरान चिराग पासवान ने कई सवालों के बेबाक अंदाज में जवाब दिए। यही नहीं उन्होंने बिहार सरकार पर भी तंज कसते हुए कई मुद्दों पर बात की।
दरअसल इनख़बर ने कार्यक्रम में बातचीत के दौरान चिराग पासवान से सवाल किया कि पांच राज्यों में चुनाव हुआ जिसमें से तीन राज्यों( मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) में बीजेपी को सफलता हासिल हुई। इस जीत पर बिहार की तरफ से क्या प्रतिक्रिया है? इस सवाल का जवाब देते हुए लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश की जनता का विश्वास हर बीतते साल के साथ बढ़ता जा रहा है। 2014 से बड़ी जीत 2019 में देखने को मिली थी। ऐसे में मेरा विश्वास है कि 2024 में 2019 से बड़ी जीत हासिल होगी।
चिराग पासवान ने आगे कहा कि इस बार तीनों राज्यों में परिणाम हमारे पक्ष में है तो ये मेरे विश्वास को बढ़ाता है कि हर बीतते साल के साथ जनता का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उनकी जनकल्याण की योजनाओं, गरीबों से जुड़ी जो योजनाओं पर लोगों का विश्वास है और उससे जो लाभार्थी है उन लोगों का विश्वास बढ़ता जा रहा है। इसलिए मैं मानता हूं कि न सिर्फ इन तीन राज्यों में बल्कि बिहार में भी प्रधानमंत्री की लोकप्रियता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन से अलग हुए हैं जिसको लेकर यकीनन जनता में आक्रोश है। वो ये दिखाता है कि 2024 में 40 की 40 सीटें बिहार से एनडीए गठबंधन जीतेगा।
वहीं जाति करावाने का फायदा बिहार सरकार को मिल सकता है? इसपर चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश सरकार पर इसका बैक फायर हुआ है। क्योंकि जाति जनगणना धरातल पर नहीं हुई है। कई लोगों ने इसपर प्रश्न खड़े किए। ऐसे में अगर टेबल पर रिपोर्ट तैयार करना है तो इसपर किसी को विश्वास नहीं होगा और यही वजह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और इंडिया गठबंधन को लाभ कम, नुकसान ज्यादा हुआ। तीनों राज्यों के परिणाम जो आए हैं उसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अशोभनीय बयानों का बड़ा योगदान है। सीएम नीतीश ने अनुसूचित जनजाति के नेताओं को, मेरे नेता यानी मेरे पिता आदरणीय रामविलास पासवान जी का अपमान किया, पूर्व मुख्यमंत्री जी को जिस तरह से विधानसभा में अपमानित किया या महिलाओं को लेकर जिस तरह से अशोभनीय और अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया उसके कारण भी इन तीन राज्यों में हार हुई है।