Saturday, September 28, 2024

Patna Saras Mela 2023: पटना में बिहार सरस मेला शुरू, 500 से अधिक लगाए गए हैं स्टॉल

पटना। प्रदेश की राजधानी पटना में शुक्रवार से बिहार सरस मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में जहां 17 राज्यों की संस्कृति, परंपरा, व्यंजन और लोककला का समागम देखने के लिए मिलेगा। बता दें कि ये मेला गांधी मैदान में लगाया गया है जो 15 दिसंबर से 29 दिसंबर तक चलेगा। यह मेला ग्रामीण विकास विभाग, बिहार के तत्वाधान में बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) के द्वारा आयोजित किया गया है। बताया जा रहा है कि सुबह 10 बजे से लेकर रात के आठ बजे तक ये सरस मेला चलेगा। जिसमें प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।

बहुउद्देशीय मेला

दरअसल, राष्ट्रीय स्तर के इस बहुउद्देशीय मेले में देश के कोने -कोने से महिला शिल्पकार एवं स्वरोजगारियों द्वारा देशी अंदाज में निर्मित उत्पादों एवं व्यंजनों की खरीद- बिक्री की जाएगी। बिहार सरस मेले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण शिल्प एवं हुनर को प्रोत्साहन देना है। साथ ही मेले में बिहार समेत कुल 17 राज्यों के स्वयं सहायता समूह से जुड़े उद्यमी एवं शिल्पकार अपने -अपने प्रदेश के शिल्प, परंपरा, लोककला एवं व्यंजन को अपने गांव -प्रदेश के अंदाज में प्रस्तुत करेंगे। इसमें प्रदेश के 38 जिलों से कुल 180 स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदियां भी उपस्थित रहेंगी।

अलग-अलग राज्यों से आए उद्यमी

बता दें कि पटना के गांधी मैदान में लगने वाले इस सरस मेले में बिहार के साथ-साथ छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, झारखण्ड, केरल, लद्दाख, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, असम, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और मणिपुर से स्वयं सहायता समूह की महिला उद्यमी और स्वरोजगारी अपने उत्पाद, व्यंजन एवं शिल्प का स्टॉल लगा रहे हैं।

500 से अधिक स्टॉल

बिहार के इस सरस मेले में 500 से अधिक स्टॉल लगाये गये हैं, जिसमें लगभग 180 स्टॉल बिहार के जिलों से आये स्वयं सहायता समूहों के लिए हैं। साथ ही 75 स्टॉल अन्य राज्यों से आये स्वयं सहायता समूहों, लगभग 50 स्टॉल बिहार के स्वरोजगारियों, 88 स्टॉल अन्य राज्यों के स्वरोजगारियों के लिए, लगभग 40 ओपन स्टॉल, व्यंजन के लगभग 40 स्टॉल और बैंक एवं विभिन्न विभागों के लिए लगभग 45 स्टॉल लगाये गए हैं। इसके अलावा नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया जाएगा। मेले में प्रतिदिन विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में समसामयिक मुद्दों पर सेमिनार एवं परिचर्चा का भी आयोजन किया जाएगा। यहां मुख्य सांस्कृतिक मंच पर प्रतिदिन प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा लोकगीत, लोक नृत्य, गजल, काव्य पाठ सहित कई प्रस्तुतियां दी जाएंगी।

Ad Image
Latest news
Ad Image
Related news