पटना। बिहार की राजनीति में इस समय भारी घमासान मचा हुआ है। इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में हिंदू त्योहारों के दौरान राज्य के स्कूलों में छुट्टियों की संख्या में कटौती की गई है। बता दें कि पहले भी ऐसा कई बार देखने को मिल चुका है लेकिन विरोध बढ़ने […]
पटना। बिहार की राजनीति में इस समय भारी घमासान मचा हुआ है। इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में हिंदू त्योहारों के दौरान राज्य के स्कूलों में छुट्टियों की संख्या में कटौती की गई है। बता दें कि पहले भी ऐसा कई बार देखने को मिल चुका है लेकिन विरोध बढ़ने पर इस फैसले को वापस ले लिया गया था। वहीं अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, छुट्टियों में कमी की गई है जबकि मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियों में वृद्धि की गई है। यह स्पष्ट रूप से दिखता है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार इस्लामी धार्मिक मान्यताओं के आधार पर राज्य में काम कर रही है। अगर इन छुट्टियों को बहाल नहीं किया गया तो सीएम नीतीश कुमार को आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार ने तीसरी बार तुगलकी फरमान जारी किया है। मैं कहना चाहता हूं कि जिस तरह से हिंदूओं के छुट्टियों जैसे शिवरात्री और जन्माष्टमी जैसे महापर्व की छुट्टियों को काट दिया गया है और ईद-बकरीद की जो छुट्टी मुसलमानों में बढ़ा दी गई है उससे ये साफ जाहिर होता है कि नीतीश सरकार बिहार में इस्लामिक धर्म के आधार पर काम कर रही है।इसी कारण से अरड़िया- पुनिया, कटिहार के संघन जैसे जगहों पर शुक्रवार को छुट्टी हो रही है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अब तो लगता है कि पूरे बिहार में शुक्रवार को ही इस्लामिक छुट्टी करने की योजना बना रही है ये सरकार। अगर इन छुट्टियों को फिर से बहाल नहीं किया गया तो नीतीश सरकार को इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा। यही नहीं गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश के साथ-साथ लालू यादव पर भी तंज कसते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो ये नीतीश कुमार नहीं बल्कि मुहम्मद लालू यादव और मुहम्मद नीतीश कुमार कहलाएंगे।