पटना। बिहार की राजधानी पटना में रविवार को जेडीयू की भीम संसद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां दो लाख लोग आए हैं, जितना यहां आए हैं उतने बाहर भी हैं। इस रैली को तो गांधी मैदान में करना चाहिए था। इतनी बड़ी रैली कभी वेटनरी ग्राउंड में नहीं देखा। जो लोग दिल्ली में राज करते हैं उन्हें आज पटना की जेडीयू की रैली को देखनी चाहिए।
सीएम नीतीश ने किया संबोधित
सीएम नीतीश ने जनसभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि आज मीडिया को दबाया जा रहा है लेकिन उन्हें भी आजादी मिलेगी। सब लोगों के विकास के लिए मदद करना है। इसके लिए दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। इसमें बड़ी राशि की जरूरत पड़ेगी। सीएम नीतीश ने कहा कि इसलिए केंद्र से हम विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं। अब सबसे बड़ा अभियान विशेष राज्य के दर्जे के लिए चलाएंगे।
जाति जनगणना पर बोले सीएम
सीएम नीतीश कुमार ने आगे कहा कि मैं बापू, बाबा साहब और राम मनोहर लोहिया के रास्ते पर चलने वाला हूं। मैं समाज के हर तबके के लिए काम करता रहा हूं और आगे भी करूंगा। पहले महिलाएं घर के बाहर नहीं निकल पाती थीं, लेकिन आज कितनी शान से घर से बाहर ही नहीं निकल रही बल्कि समाज के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि विकास मित्र, टोला सेवक, तमिल मरकज का वेतन आने वाले समय में और बढ़ाया जाएगा। आप लोग सरकारी हैं। आप लोग सिर्फ काम कीजिए। इसके अलावा सीएम नीतीश ने यह भी कहा कि मैं चाहता था देश में जनगणना हो, लेकिन केंद्र नहीं माना। बिहार में हम लोगों ने जाति आधारित जनगणना करवाई। अब केंद्र को भी करवानी चाहिए। बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ा दिया गया है। समाज के हर तबके में गरीबी है, हमें सब लोगों के विकास के लिए मदद करना है।