पटना। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इस समय बिहार के दौरे पर हैं। बताया जा रहा है कि बीते रविवार को वह सीतामढ़ी से होते हुए मधुबनी पहुंचे हैं। बता दें कि बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बताया कि हमने बिहार में लगभग 10,000 लोगों को साथ जोड़ने का लक्ष्य रखा था, लेकिन सीतामढ़ी से मधुबनी तक करीब 55 हजार लोग जन सुराज के साथ जु़ड़ने के लिए इच्छुक हैं। इस दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार में हुई शिक्षक भर्ती को लेकर भी बड़ा दावा किया है।
नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पर बोले
दरअसल, पटना के गांधी मैदान में गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने वाले हैं। इस दौरान प्रशांत किशोर ने खुलासा करते हुए बताया कि कोई नियुक्ति बढ़ाई नहीं गई है। पहले से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने कि प्रक्रिया पर काम हो रहा है। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार सरकार से ये सवाल पूछना चाहिए कि बिहार में 1 लाख 25 हजार लोगों में से कितने नए लोगों को नौकरी मिली? या ये बताएं कि उन नए लोगों में बिहार के हैं? प्रशांत किशोर ने बताया बिहार में पहले से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने के लिए अपग्रेड करने का काम किया जा रहा है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को 1 लाख 25 हजार लोगों में से बिहार के कितने नए अभ्यर्थियों को रोजगार दिया जा रहा है इसकी सूची जारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार के नए युवाओं में सिर्फ 20 से 25 हजार युवाओं को ही नौकरी मिल पाई है। प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार को नियुक्ति पत्र प्रदान करने दीजिए, मैं इसकी संख्या दो-चार दिनों में जारी करूंगा।
बिहार सरकार पर भड़के प्रशांत किशोर
इसके अलावा जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता कभी जाति, कभी धर्म , कभी पुलवामा के नाम पर तो कभी लालू यादव से डर कर बीजेपी को और कभी बीजेपी के डर से लालू यादव को वोट देते आई है। विकल्प न रहने पर लोग लालू यादव को वोट करते हैं। आप अपना वोट शिक्षा, रोजगार, खेती के नए अवसर के लिए दें। उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली में अनाज कम मिल रहा है। स्थानीय विधायक से लेकर सबका कमीशन है। मनरेगा में कोई काम सक्रिय दिखाई नहीं दे रहा हैं। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से 1 लाख 24 हजार लोगों को इसका लाभ मिलना था, लेकिन वो नहीं हुआ। स्वास्थ्य व्यवस्था प्राइवेट के जिम्मे है। सरकार का कोई काम अभी तक नहीं दिखा है। प्रशांत किशोर ने कहा कि मधुबनी की सभी पंचायत घूमने के बाद यहां की स्थिति पर विशेष बात करूंगा। अभी जाति आधारित जनगणना हुई है, इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अगर सरकार उसके डेटा का सही आकलन कर इस्तेमाल करे तो कोई दिक्कत नहीं होगी।
नीतीश-तेजस्वी हैं 60% बजट के मालिक
वहीं सीएम और डिप्टी सीएम पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार के लगभग 60% बजट के दो मालिक हैं। ये नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव हैं। प्रशांत किशोर ने दोनों नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि सबसे पहले आप अपना विभाग छोड़िए, दूसरों को दीजिए। जेडीयू को लोकसभा में पांच सीट नहीं आएगी ये मैं लिख कर दे सकता हूं। तेजस्वी के पिता के समय से जापान देश है कोई आज का नहीं बना है। कुछ वहां से लेकर आएं तो अच्छी बात है।