पटना। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज अपने तीन दिवसीय दौरे पर बिहार आई हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने पटना के ज्ञान भवन में बुधवार को चौथे कृषि रोड मैप के उद्घाटन किया है। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने सभी को संबोधित किया।
चौथा कृषि रोडमैप जारी
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज अपने तीन दिवसीय दौरे पर बिहार आई हैं। वहीं बिहार में आज चौथे कृषि रोडमैप को जारी कर दिया गया है। बता दें कि इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत कई नेता मौजूद थे। इस कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आज चतुर्थ कृषि रोडमैप की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिनंदन करता हूं। हमने इनसे यहां आने का अनुरोध किया था और आज ये यहां उपस्थित हुई हैं तो ये बहुत खुशी की बात है।
बिहार की भूमि का बताया महत्त्व
इस दौरान नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सवाल करते हुए कहा कि ये भूमि किसकी है? आप राष्ट्रपति के रूप में आईं हैं। इस देश के जो प्रथम राष्ट्रपति थे ये उनकी भूमि है। उसी भूमि पर आप आईं हैं और यह बहुत खुशी की बात है। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल से कहा कि आप तो इधर-उधर घूमते ही रहते हैं। हम तो आपसे भी आग्रह करेंगे कि कृषि रोड मैप का जो काम होता है वो आप भी देखिए की ठीक से हो रहा है कि नहीं ? कहीं कुछ होगा तो संबंधित विभाग को भी बता दीजिएगा। यहीं नहीं इस दौरान नीतीश कुमार ने राज्यपाल से हंसते हुए कहा कि अरे मेरा बतवा मानिएगा न।
तीसरे कृषि रोड मैप से हुआ है फायदा
सीएम नीतीश कुमार ने ज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हम लोगों ने 2008 में कृषि रोड मैप की शुरुआत की थी। सीएम नीतीश ने बताया कि तीसरे कृषि रोड मैप में फसलों के साथ-साथ फल-सब्जी, दूध, दही, अंडा, मछली का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया था। इससे मछली का उत्पादन बिहार में 2.5 गुणा से भी अधिक बढ़ गया। सीएम नीतीश ने कहा कि तीसरे रोडमैप को हमने 2017 से 2022 तक के लिए लागू किया था। वहीं बाद में इसे एक साल के लिए बढ़ाया गया था। उन्होंने बताया कि एनालिसिस के बाद कुछ चीजों में कमी दिखाई दी थी इसलिए हम लोगों ने चौथे कृषि रोडमैप का मन बनाया। इसके लिए किसानों से भी राय ली गई थी। इसे इसलिए बनाया गया है ताकि जो भी काम बचा हुआ है वो चौथे कृषि रोड मैप के अंतर्गत किया जा सके। वहीं नीतीश कुमार ने इसे लेकर ये भी कहा कि हम लोग पशुओं के लिए भी व्यवस्था कर रहे हैं। हर आठ-दस पंचायत के अंदर पशु अस्पताल बनवाए जा रहे हैं इसमें पशुओं की जांच होगी ताकि किसानों को कोई दिक्कत न हो।