पटना। बुधवार को सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करने के दौरान आगे की योजना के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना की रिपोर्ट को लेकर चिंता मत करिए, हमलोगों ने एक साथ बैठकर सब तय किया है। सब बहुत अच्छा हो गया है।
नीतीश कुमार ने बताया आगे क्या होगा
बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट दो अक्टूबर को नीतीश सरकार की ओर से पेश की गई थी। रिपोर्ट जारी होने के बाद जहां सीएम नीतीश कुमार , उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ,राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और महागठबंधन के नेता इसकी तारीफ कर रहे हैं तो वहीं बीजेपी सहित कई पार्टियों के नेता इसमें त्रुटियां भी बता रहे हैं। वहीं इन सबके बीच अब नीतीश कुमार ने अपना अगला कदम क्या होगा ये बता दिया है।
अन्य राज्यों में भी जातीय जनगणना की चर्चा
दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि जातीय जनगणना हम लोगों ने करवा दिया है तो अन्य राज्यों में भी इसकी चर्चा हो रही है। हम लोगों ने 9 पार्टियों के साथ मीटिंग करके सारी बातों को बता दिया है। उन्होंने कहा कि जब हाउस शुरू होगा तो एक-एक जानकारी, आर्थिक स्थिति की भी, हर एक परिवार की, जिसमें सभी जातियों की जानकारी है उन सबको उसी समय पूरा का पूरा करके हाउस में भी रख दिया जाएगा। यहीं नहीं सब एमएलए-एमएलसी को भी दे दिया जाएगा। वहीं लगातार जातीय जनगणना की रिपोर्ट को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चिंता मत करिए, हमलोगों ने एक साथ बैठकर, सभी पार्टियों के साथ मिलकर तय किया है। सब बहुत अच्छा हो गया है। अब इसको हाउस में रखेंगे। इसके बाद आगे क्या करना है या जो कुछ भी करना है सबसे विचार विमर्श करके हमलोग करेंगे।
जेडीयू नेता भी उठा रहे सवाल
हालांकि अब सीएम नीतीश कुमार के बयान से ये साफ ज़ाहिर है कि विधानसभा सत्र में जातीय जनगणना की रिपोर्ट पर शीत युद्ध होने के संकेत दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के नेता अभी से ही आंकड़ों को लेकर सवाल उठा रहे हैं। सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू भी इसपर सवाल उठा चुके हैं। अब इन सबके बीच देखना होगा कि सदन में रिपोर्ट पेश करने के बाद क्या माहौल रहता है।