पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के विशेष सत्र के दौरान लोकसभा में सभी सदस्यों को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रीयों के योगदान को याद किया और साथ ही उन्होने अपनी सरकार के पिछले 9 वर्षों की उपलब्धियों के बारे में भी चर्चा की।
PM मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 सितंबर को संसद के विशेष सत्र में शामिल हुए हैं। बता दें कि इस दौरान PM मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया और अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव की सरकार तक के द्वारा उठाए गए कदम की तारीफ भी की।
अंबडेकर जी की वाटर पॉलिसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाहर लाल नेहरू की सरकार के बारे में बताते हुए कहा कि पंडित नेहरू की प्रारंभिक मंत्रिपरिषद में कई प्रमुख लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू की कैबिनेट में शामिल बाबा साहब अंबेडकर ने दुनिया की सबसे बेहतरीन नीतियों को भारत में लाने पर जोर दिया था। यहीं नहीं फैक्ट्री कानूनों में अंतरराष्ट्रीय सुझावों को लागू करने की वकालत भी की गई और ये उसी का परिणाम है जो देश को आज तक मिल रहा है। PM मोदी ने बताया कि बाबा साहेब ने नेहरू जी की सरकार में वाटर पॉलिसी दी थी। अंबडेकर हमेशा कहते थे कि भारत के विकास के लिए इसका औद्योगीकरण होना जरूरी है। यहीं नहीं देश के पहले वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इंडस्ट्री पॉलिसी बनाई थी। आज जितनी भी नीतियां बनती हैं, उसकी आत्मा पहली सरकार की नीतियों से जुड़ी हुई हैं।
लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी का योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में पूर्व PM लाल बहादुर शास्त्री के योगदान के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी ने इसी सदन से 1965 के पाकिस्तान से युद्ध के समय देश के जवानों का हौसला बढ़ाया था। यहीं से देश में हरित क्रांति के लिए मजबूत नींव डाली गई थी। PM मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में इसी सदन ने बांग्लादेश की मुक्ति के लिए आंदोलन को समर्थन दिया था। इसी सदन ने इमरजेंसी के समय में लोकतंत्र पर हुए हमले को देखा और इसी सदन ने लोकतंत्र की मजबूत वापसी को भी देखा।
नरसिम्हा राव ने बनाई थी नई नीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उस दौर को भी याद किया जब भारत एक बड़े आर्थिक संकट में फंसा गया था। उन्होंने बताया कि उस समय देश आर्थिक नीतियों के तले दबा हुआ था। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की सरकार ने पुरानी नीतियों को छोड़कर नई नीतियां बनाईं, जिसका फायदा आज भी दिखाई दे रहा है।