पटना। लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए बीजेपी को आगे की राजनीतिक लड़ाई के लिए दिवंगत रामविलास पासवान के परिवार की लड़ाई को समाप्त करना बेहद जरूरी हो गया है. इसके लिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को भी सहज होने को कहा है. जबकि दूसरी तरफ सांसद चिराग पासवान को भी सलाह दी है कि साथ आने से पहले पारिवारिक समझौता कर ले. दोनों पक्षों को एक साथ होने के बाद ही बीजेपी छह सीटों के लिए डील को भी फाइनल करेगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल के लिए करना होगा डील
बता दें, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था. जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था. लेकिन अब भाजपा के साथ जदयू नहीं है, इसलिए बीजेपी अभी भी 6 सीटें लोक जनशक्ति पार्टी को ही देना चाहती है. बताया जा रहा है कि दिवंगत रामविलास पासवान की लोजपा अब टुकड़ों में है, लेकिन अब यह भी शर्त है कि जमुई के सांसद चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए अपने चाचा पशुपति कुमार पारस से भी उनकी डील होना बेहद जरूरी है।