पटना। 2 जुलाई को सुबह नेशनल इवेस्टीगेशन एजेंसी की टीम ने पटना में किताब की दुकान पर छापेमारी की.छापेमारी के दौरान एक ऐसे शख्स की गिरफ्तारी हुई जो पटना के मदरसे में रहकर पढाई के साथ ट्रांसलेटर का काम करता था.
पटना में एनआईए ने की छापेमारी
आपको बता दें कि नेशनल इवेस्टीगेशन एजेंसी ने पटना की एक किताब की दुकान पर दस्तक दी है. राजधानी पटना के फुलवाशरीफ थाना क्षेत्र के खगौल रोड स्थित ईमारत-ए- शरिया के पास एक मकान में एनआईए की छापेमारी से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई.
फुलवारी के पास किताब दुकान
नेशनल इवेस्टीगेशन एजेंसी की टीम ने फुलवारी में इमारत–ए-शरिया के सामने पटना-खगौल मुख्य मार्ग पर मोहम्मद रियाजुद्दीन कासमी की किताब की दुकान पर सुबह पांच बजे से जांच पड़ताल कर रही है. यहां से कुछ दस्तावेज बरामद किए जाने की सूचना है, जबकि अभी एक गिरफ्तारी के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
दरभंगा से उठाया अरबी ट्रांसलेटर
बता दें, दरभंगा जिला के बहेरा थाना क्षेत्र के छोटकी बाजार से मो. मुस्लिम के पोते को एनआईए की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। ग्रामीणों के अनुसार वह पटना के एक मदरसा में रहकर पढ़ाई करता था, साथ ही वह अरबी भाषा में ट्रांसलेट करने का भी काम किया करता था। सूत्रों के अनुसार मुंबई के किसी युवक के ISI से संबंधित किसी शख्स से मोबाइल पर बातचीत होने की बात सामने आई और जांच- पड़ताल में एनआईए को दरभंगा से तार जुड़ा मिला, जिसके बाद यह गिरफ्तारी हुई है। दरभंगा के एसएसपी अवकाश कुमार ने पुष्टि की कि NIA की टीम युवक को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। गिरफ्तार युवक से पूछताछ के आधार पर बहेड़ा थाना क्षेत्र के काजियाना मोहल्ले के कई अन्य लोगों से भी थाने पर पूछताछ चल रही है। पूछताछ के बाद युवक शमीउल्ला को बांड भरवा कर परिजनों के साथ जाने दिया गया। वह अब स्थानीय थाने की नजर में रहेगा और एनआईए के रडार में भी रहेगा।