Friday, September 20, 2024

नीतीश कैबिनेट में शामिल हुए रत्नेश सदा, संतोष मांझी के इस्तीफे के बाद खाली थी सीट

पटना। बिहार में आज नीतीश कैबिनेट का विस्तार किया गया है। जिसमें जदयू विधायक रत्नेश सादा ने मंत्री पद की शपथ ली है। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सोनबरसा से जदयू रत्नेश सादा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है। बता दें कि इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कई अन्य मंत्री भी मौजूद थे।

इसलिए हुए कैबिनेट में शामिल

बिहार के पूर्व जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद से सीट खाली हो गई थी। जीतन राम मांझी को सरकार से बाहर जाने के बाद मुसहर समुदाय पर पकड़ बनाये रखने के लिए नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को कैबिनेट में शामिल किया है। बताया जा रहा है कि अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग की जिम्मेदारी रत्नेश सदा को सौंपी जायेगी।

रत्नेश सदा का सियासी सफर

रत्नेश सदा पढ़े लिखे व्यक्ति है, साथ में अच्छे वक्ता भी है। मुसहर समाज से आने वाले रत्नेश सदा ने कठिन परिश्रम से ये मुकाम हासिल किया है। उनके पिता लक्ष्मी सदा मजदूर रहे हैं जबकि खुद रत्नेश सदा ने लंबे समय तक रिक्शा चलाकर घर की जिम्मेदारी संभाली। सोनबरसा से लगातार तीन बार विधायक बने रत्नेश सदा का राजनीतिक सफर 1987 से शुरू हुआ था। वे जदयू के विभिन्न इकाइयों से निरंतर जुड़े रहें। वर्ष 2010 में पहली बार जदयू ने उन्हें टिकट दिया था, तब जाकर विधायक बने।

1.30 करोड़ के मालिक है सदा

चुनाव आयोग में दायर हलफनामे के मुताबिक रत्नेश सदा 49 साल के हैं और उन्होंने ग्रेजुएशन कर रखी है। उनके पास कुल चल-अचल संपत्ति 1.30 करोड़ है। उनके ऊपर कोई आपराधिक मुक़दमा दर्ज नहीं है। रत्नेश सदा के तीन बेटे और 2 बेटी है। सहरसा के कहरा कुट्टी वार्ड नंबर-6 के निवासी हैं। रत्नेश सदा कबीरपंथ को मानते हैं।

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