पटना। पूरे देश में ई-कामर्स की धूम मची है। होम डिलीवरी का कारोबार बाइक पर टिका है। खासकर फूड, दवाइयों की डिलीवरी में ज्यादा इस्तेमाल बाइकों का किया जाता है। इन सेक्टर में इलेक्ट्रिक बाइकों का इस्तेमाल किया जाता है। बाइक में पेट्रोल महंगा होता है, वहीं पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होता है। आईआईटी […]
पटना। पूरे देश में ई-कामर्स की धूम मची है। होम डिलीवरी का कारोबार बाइक पर टिका है। खासकर फूड, दवाइयों की डिलीवरी में ज्यादा इस्तेमाल बाइकों का किया जाता है। इन सेक्टर में इलेक्ट्रिक बाइकों का इस्तेमाल किया जाता है। बाइक में पेट्रोल महंगा होता है, वहीं पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होता है।
इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) पटना ने दो मॉडल में ई-साइकिल को तैयार किया है। इसमें पहली ई-साइकिल एक बार चार्ज होने के बाद 35-45 किलोमीटर तक चलेगी। वहीं दूसरा मॉडल चार्जिंग के बाद 80-90 किलोमीटर तय करेगा। इसका प्रारंभिक परीक्षण पूरा हो चुका है। आईआईटी के डीन प्रशासन प्रो. ए.के. ठाकुर के निर्देशन में अभिजीत कुमार और उनकी टीम ने इस इलेक्ट्रिक बाइक को तैयार किया है। इसे आईआईटी के इनोवेशन सेंटर में बनाया गया है।
ई-साइकिल के पहले मॉडल की कीमत 25,999 रुपये तय की गई है। यह 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से 35-45 किलोमीटर तक एक बार चार्ज करने पर चलेगी। तीन-चार घंटे में यह फुल चार्ज हो जाती है। इस साइकिल में कई तरह के फीचर्स भी हैं।इसमेंऑन-स्क्रीन स्पीड देखने की सुविधा, डिस्क ब्रेक, लाइट और हार्न आदि की लगाए गए हैं। दूसरा मॉडल 50-60 किलोग्राम का सामान ढोने में सक्षम है। यह 80-90 किलोमीटर की रेंज कवर कर सकता है। इसकी कीमत 28,999 रुपये रखी गई है। विदेशों से इसके लिए ऑर्डर भी आने लगे हैं।
प्रो. ए.के ठाकुर ने बताया कि इसे सामान्य फ्रेम में डिजाइन किया गया है। पहले मॉडल का वजन 23 और दूसरे मॉडल का वजन 30 किलोग्राम है। अभिजीत कुमार ने बताया कि पहले चरण में माइनस 20 डिग्री तापमान में कार्य करने वाला सूटकेस इन्वर्टर नाइजीरिया में लगभग 300 पीस भेजे गए हैं। इसके अलावा बिहार के साथ-साथ हैदराबाद, बेंगलुरु, आंध्र प्रदेश, झारखंड के कई शहरों में भी इसे बेचा गया है। अब तक 800 पीस की बिक्री की गई है।