पटना: राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दिख रहा है कि शक्ति यादव होटल के एक कमरे में शराब पी रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वायरल वीडियो झारखंड के बैद्यनाथ धाम का है, जब कुछ महीने पहले उन्होंने वहां जाकर शराब पी थी. हालांकि बीजेपी […]
पटना: राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें दिख रहा है कि शक्ति यादव होटल के एक कमरे में शराब पी रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वायरल वीडियो झारखंड के बैद्यनाथ धाम का है, जब कुछ महीने पहले उन्होंने वहां जाकर शराब पी थी. हालांकि बीजेपी की तरफ से इस वीडियो को एक्स पर पोस्ट कर कई दावे किए जा रहे हैं।
बता दें कि सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि बिहार की नीतीश सरकार में पूरी तरह से शराबबंदी है और जब बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुआ तो उनकी पार्टी के नेताओं ने भी उनका समर्थन किया और शराब नहीं पीने की शपथ ली. लेकिन उनकी इस तस्वीर से एक बार फिर राजनीतिक दलों में हड़कंप मचा दिया है।
बीजेपी ने अपने एक्स पर इस वीडियो को शेयर किया है। इस वीडियो को पोस्ट करते हुए पार्टी ने लिखा, “इसमें राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव शराब पीते नजर आ रहे हैं. बीजेपी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि ‘राजद नेता उड़ा रहे शराबबंदी की धज्जियां’ ‘देखिए, शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाते राजद के मुख्य प्रवक्ता! पहले तेजस्वी ने शराब व्यापारियों से चंदा लिया, अब उनके प्रवक्ता नशे में डूबे हैं’.
देखिए, शराबबंदी कानून की धज्जियाँ उड़ाते राजद के मुख्य प्रवक्ता!#ShameOnRJD pic.twitter.com/3f5r6XIU4u
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) February 12, 2025
वीडियो में एक शख्स सोफे पर बैठा नजर आ रहा है, जिसने पूरे कपड़े भी नहीं पहने हैं. टेबल पर कुछ सामान रखा दिख रहा है, जिसे बीजेपी शराब की बोतल बता रही है और दावा कर रही है कि राजद प्रवक्ता शराब के नशे में हैं. हालांकि, इनखबर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
हालांकि, इस वीडियो पर अभी तक शक्ति यादव या राजद की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस बीच वीडियो की सच्चाई पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि यह साफ नहीं है कि इसमें दिख रहा शख्स असल में शक्ति यादव है या नहीं. बता दें कि बिहार में नीतीश की सरकार में पूरी तरह से शराब बंदी है, लेकिन इसके बाद भी लगातार शराब तस्करी का मामला सामने आते रहे हैं। इस खबर से एक बार फिर नीतीश सरकार और प्रशासन पर कई सवाल उठने लगे हैं।