खून से लिखा पत्र, राष्ट्रपति समेत PM, गवर्नर व CM से लगाई गुहार, BPSC री-एक्जाम से जुड़ा है पूरा मामला

पटना: 70वीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी लगातार पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में कई राजनेता और मशहूर शिक्षक भी अभ्यर्थियों का समर्थन कर रहे हैं. इसी मुहिम के तहत पटना के मशहूर शिक्षक गुरु रहमान ने एक अनोखा और साहसी कदम उठाया है. […]

Advertisement
खून से लिखा पत्र, राष्ट्रपति समेत PM, गवर्नर व CM से लगाई गुहार, BPSC री-एक्जाम से जुड़ा है पूरा मामला

Shivangi Shandilya

  • January 22, 2025 9:49 am IST, Updated 6 hours ago

पटना: 70वीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी लगातार पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में कई राजनेता और मशहूर शिक्षक भी अभ्यर्थियों का समर्थन कर रहे हैं. इसी मुहिम के तहत पटना के मशहूर शिक्षक गुरु रहमान ने एक अनोखा और साहसी कदम उठाया है. उन्होंने अपनी कलाई काटकर खून से खत लिखा और इसे देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई प्रमुख लोगों को भेजेंगे. इस पत्र के जरिए गुरु रहमान ने परीक्षा रद्द करने की मांग की है.

गुरु रहमान कर रहे समर्थन

गुरु रहमान पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थियों की हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं. उनका कहना है कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी के कारण इसे रद्द कर दोबारा परीक्षा आयोजित करायी जानी चाहिए. छात्रों और अभ्यर्थियों की मांग जायज है कि इस परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित की जाये. उन्होंने अपने खून से कई पन्नों पर दोबारा परीक्षा लिखी है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा में धांधली हुई है. कई अभ्यर्थियों का मानना ​​है कि परीक्षा में पारदर्शिता की कमी थी, जिसके कारण योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ।

यह है पूरा मामला

बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित की गई थी. पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर धांधली के आरोप लगे थे, जिसके बाद इस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गई थी. इसके बाद आयोग ने 4 जनवरी को दोबारा इसी केंद्र पर परीक्षा आयोजित की. जिसके कारण अब अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं और लगातार पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं. इस मामले में पटना हाईकोर्ट में भी सुनवाई चल रही है.

क्या है अभ्यर्थियों की मांग?

अभ्यर्थियों की मांग है कि प्रारंभिक परीक्षा रद्द की जाए और इसे दोबारा आयोजित किया जाए.
एक ही परीक्षा हो और एक ही रिजल्ट जारी हो.
अभ्यर्थियों ने दो बार परीक्षा लेने पर सवाल उठाए हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि दो बार परीक्षा लेने पर मेरिट लिस्ट कैसे बनेगी?

Advertisement