पटना: 70वीं BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बिहार में हहाकार मचा हुआ है। इस बीच युवाओं के आवाज बने प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर है। उनकी तबियत पिछले दिन अधिक खराब हुई जिस वजह से उन्हें मेदांता अस्पताल के ICU वार्ड में भर्ती कराया गया। अब खबर […]
पटना: 70वीं BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बिहार में हहाकार मचा हुआ है। इस बीच युवाओं के आवाज बने प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर है। उनकी तबियत पिछले दिन अधिक खराब हुई जिस वजह से उन्हें मेदांता अस्पताल के ICU वार्ड में भर्ती कराया गया। अब खबर मिली है कि उनकी सेहत चिंताजनक बनी हुई है। इस बीच उनके ऊपर पटना पुलिस ने एक और केस दर्ज कर लिया है।
पटना समेत कई जिलों में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है। युवाओं के आंदोलन में सियासी दलों की एंट्री भी हो चुकी है। इस बीच जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर छात्रों का हौसला बुंलद करने के लिए उनके साथ गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे, जहां से उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उन्हने कुछ घंटों के भीतर जमानत मिल गई। लेकिन उन्होंने अपना अनशन जारी रखा। इस बीच सोमवार रात अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें पटना के मेदांता में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी स्थिति सही नहीं होने पर उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया। हालांकि खबर मिली है कि उनकी सेहत चिंताजनक है। दूसरी तरफ पटना पुलिस ने उनके ऊपर एक और केस दर्ज कर लिया है।
लेकिन मंगलवार देर शाम जारी मेडिकल बुलेटिन में पीके की हालत चिंताजनक बताई गई। डॉ. रविशंकर ने कहा कि अगर अनशन जारी रहा तो प्रशांत किशोर की परेशानी बढ़ सकती है। उन्हें खाना खाने की सलाह दी जा रही है। IV की मदद से दवाइयां आदि दी जा रही हैं। प्रशांत किशोर अपना अनशन खत्म करने को तैयार नहीं हैं। यह जानकारी उनके सहयोगी और पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा ने दी है।
इधर, प्रशांत किशोर के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है। यह मामला पीरबहोर थाना प्रभारी अब्दुल हलीम के बयान पर दर्ज किया गया है। पीके के साथ ही 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी पर जमानत के लिए कोर्ट परिसर में हंगामा करने, पुलिस के साथ हाथापाई करने और कोर्ट व सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है। इस दौरान एक पुलिसकर्मी का हाथ भी टूट गया।