पटना: BPSC 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को जेल भेज दिया गया है। पटना सिविल कोर्ट से सशर्त जमानत खारिज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. इस बीच प्रशांत किशोर ने कहा कि जेल […]
पटना: BPSC 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को जेल भेज दिया गया है। पटना सिविल कोर्ट से सशर्त जमानत खारिज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. इस बीच प्रशांत किशोर ने कहा कि जेल से भी उनका अनशन जारी रहेगा. इससे पहले आज सुबह पटना पुलिस ने पीके को गांधी मैदान से गिरफ्तार किया था.
फतुहा अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच करायी गयी. जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया. हालांकि, कोर्ट ने उन्हें 25 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी. लेकिन पीके सशर्त जमानत लेने को तैयार नहीं हैं. दरअसल, कोर्ट ने भविष्य में दोबारा ऐसी गलती न करने का आदेश दिया है. PK का मानना है कि अगर उन्होंने कोर्ट की शर्तें मान लीं तो भविष्य में विरोध नहीं कर पाएंगे. जो समाज के हित में नहीं होगा. इसलिए वह सशर्त जमानत के लिए तैयार नहीं हैं. जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है.
हालांकि, प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह जेल में भी अपना अनशन जारी रखेंगे. दूसरी ओर जन सुराज समर्थकों का विरोध प्रदर्शन जारी है. वहीं, बीपीएससी परीक्षा के मुद्दे पर आज बिहार में महागठबंधन ने विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया है. सभी जिलों में राजद और अन्य सहयोगी दलों की छात्र इकाइयों के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीपीएससी मामले में जन सुराज की ओर से आज हाई कोर्ट में याचिका भी दायर की जा सकती है.
BPSC ने 13 दिसंबर को 70वीं प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी. इसमें धांधली का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने पटना के गर्दनीबाग में धरना शुरू कर दिया. इसके बाद प्रदर्शनकारियों पर दो बार लाठीचार्ज हुआ और इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया. पीके, तेजस्वी यादव, पप्पू यादव समेत तमाम विपक्षी नेता उम्मीदवारों के समर्थन में उतरे. इस मामले में प्रशांत किशोर के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं. पप्पू यादव समेत कांग्रेस-लेफ्ट विधायकों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है.