अंबेडकर वाले बयान पर सियासी पारा तेज, लालू यादव ने अमित शाह को बताया ‘पागल’

पटना: भारत के संविधान की 75 साल की गौरवशाली यात्रा पर संसद में चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह की भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी से हंगामा मच गया है। अब इसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अमित शाह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अमित शाह पागल […]

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अंबेडकर वाले बयान पर सियासी पारा तेज, लालू यादव ने अमित शाह को बताया ‘पागल’

Shivangi Shandilya

  • December 19, 2024 7:18 am IST, Updated 8 hours ago

पटना: भारत के संविधान की 75 साल की गौरवशाली यात्रा पर संसद में चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह की भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी से हंगामा मच गया है। अब इसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अमित शाह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अमित शाह पागल हो गये हैं. वह बाबा साहब अंबेडकर से नफरत करते हैं।’ उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. राजनीति से संन्यास लेकर भाग जाना चाहिए.

गरमाई सियासत

दरअसल, पिछले मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी पर राजनीति गरमा गई है. विपक्ष घेर रहा है. आरोप लगाया जा रहा है कि शाह ने अंबेडकर का अपमान किया है. दलितों का अपमान किया गया है.

सात जन्मों के लिए स्वर्ग चले जाते

विपक्षी दलों का आरोप है कि इस टिप्पणी से पता चलता है कि बीजेपी और आरएसएस के नेताओं में अंबेडकर के प्रति काफी नफरत है. बता दें कि अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था, ”यह एक फैशन बन गया है- अंबेडकर, अंबेडकर… भगवान के इतने नाम लेते तो सात जन्मों के लिए स्वर्ग चले जाते.”

बयान पर अमित शाह ने क्या दी है सफाई?

अब विपक्ष इस मुद्दे को संसद के शीतकालीन सत्र में जोर-शोर से उठा रहा है. विरोध और प्रदर्शन का दौर जारी है. बढ़ते विवाद के बीच अमित शाह ने सफाई दी है कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे कांग्रेस ने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया.

मोदी और शाह पर खूब बरसे खरगे

इससे पहले भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उन्होंने कहा था कि गृह मंत्री अमित शाह को रात 12 बजे से पहले बर्खास्त कर देना चाहिए. मोदी और शाह एक-दूसरे के पापों और शब्दों का बचाव करते हैं।

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