Reaction: अवध ओझा के राजनीति ज्वाइन करने पर सामने आई खान सर की प्रतिक्रिया

पटना। कोचिंग संस्थान चलाने वाले शिक्षक अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने और चुनाव लड़ने पर खान सर की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने बीते सोमवार (16 दिसंबर) को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पढ़े-लिखे लोगों को राजनीति में जाना चाहिए। जितने पढ़े-लिखे युवा हैं सबको राजनीति में जाना चाहिए। […]

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Reaction: अवध ओझा के राजनीति ज्वाइन करने पर सामने आई खान सर की प्रतिक्रिया

Pooja Pal

  • December 17, 2024 3:48 am IST, Updated 1 day ago

पटना। कोचिंग संस्थान चलाने वाले शिक्षक अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने और चुनाव लड़ने पर खान सर की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने बीते सोमवार (16 दिसंबर) को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पढ़े-लिखे लोगों को राजनीति में जाना चाहिए। जितने पढ़े-लिखे युवा हैं सबको राजनीति में जाना चाहिए। वहां जाकर वे अच्छा काम कर सकते हैं।

खान सर के चुनाव लड़ने की चर्चा

वहीं जब खान सर से पूछा गया कि चर्चाएं हैं कि आप भी चुनाव लड़ेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि हम कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी लोगों ने दिमाग खराब कर दिया था। हम मना करते रह गए कि हमको पढ़ाने से ही फुर्सत नहीं है। अब 2025 के बिहार चुनाव को लेकर फिर मेरे चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं। ये चुनाव जल्दी खत्म हो ताकि मेरे सिर का दर्द भी खत्म हो। ऐसा लगता है कि राजनीति कोई बड़ी चीज है।

अवध को बनाया उम्मीदवार

बता दें कि शिक्षक अवध ओझा ने 2 दिसंबर को आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने उन्हें पार्टी का हिस्सा बनाया था। पार्टी ने उन्हें पटपड़गंज विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके अतिरिक्त खान सर से जब पूछा गया कि अस्पताल में इलाज के दौरान की एक फोटो सोशल मीडिया पर आपकी तेजी से वायरल हुई, जिसको लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिस की पिटाई से आपकों चोट लगी, जिससे आपकों अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

बीपी बढ़ने से होना पड़ा भर्ती

इस पर खान सर ने बताया कि पुलिस ने मेरी पिटाई नहीं की। मैं पिछले 1.5 महीने से बीमार चल रहा था। सोचा कि बीपीएससी परीक्षा खत्म होने के बाद उचित इलाज कराएंगे। आगे उन्होंने कहा कि जब छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ तब हम कक्षा खत्म करके उनके पास गए। मैंने सोचा कि अगर मैं छोड़ दूंगा तो छात्रों की मांग पूरी नहीं होगी, यहीं कारण था मैं वहीं रुक गया। इस वजह से मेरा स्वास्थ्य और खराब हो गया। उस दौरान ब्लड प्रेशर और ज्यादा बढ़ गया था इसलिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

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