पटना: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. आज (28 नवंबर) चौथा दिन है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने विधानसभा परिसर में स्मार्ट मीटर के खिलाफ प्रदर्शन किया. महागठबंधन विधायकों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल ज्यादा आने लगा है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को […]
पटना: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. आज (28 नवंबर) चौथा दिन है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने विधानसभा परिसर में स्मार्ट मीटर के खिलाफ प्रदर्शन किया. महागठबंधन विधायकों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिल ज्यादा आने लगा है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को हो रही है.
विपक्षी विधायकों का कहना है कि रिचार्ज कब खत्म हो जाता है, पता ही नहीं चलता. बिजली काट दी गई है. बिजली की खपत तो कम हो रही है, लेकिन आपके घर का बिजली बिल बहुत ज्यादा बढ़ रहा है. सबसे महंगी बिजली बिहार में है. विपक्ष ने बैनर-पोस्टर के साथ प्रदर्शन करते हुए कहा कि यह स्मार्ट मीटर नहीं बल्कि धोखा देने वाला मीटर है.
एक तरफ विपक्ष ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ प्रदर्शन किया तो दूसरी तरफ बीजेपी इसे कोई मुद्दा नहीं मान रही है. बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर कोई मुद्दा नहीं है. गरीबों को रियायती दरों पर बिजली उपलब्ध करायी जा रही है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. विपक्ष का हर मुद्दा गायब हो गया है. ये लोग सिर्फ जनता को गुमराह कर रहे हैं.
दूसरी ओर मिथिला राज्य बनाने की मांग तेज हो गई है. पिछले बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने विधान परिषद के शीतकालीन सत्र में अलग मिथिला राज्य बनाने की मांग की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों को इस मुद्दे पर कार्रवाई करनी चाहिए. इस पर बीजेपी ने बड़ा बयान दिया है.
बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मिथिला राज्य की मांग को लेकर कहा मिथिला के जिलों में घुसपैठ हो रही है. मुसलमानों की आबादी बढ़ी है. राबड़ी देवी मिथिलांचल को अलग राज्य बनाने की मांग कर रही हैं ताकि मिथिलांचल को इस्लामिक राज्य बनाया जा सके. वे वोट बैंक तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं।’