अब संस्कृत और मैथिली में भी पढ़ सकेंगे भारत का संविधान, राष्ट्रपति समेत इन नेताओं ने किया विमोचन

पटना: आज मंगलवार को भारत का संविधान अपना 75वां वर्षगांठ मना रहा है। ऐसे में अब आप संविधान संस्कृत और मैथिली भाषा में भी पढ़ सकेंगे। संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इन भाषाओं में कॉपी जारी की गईं। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मौजूद रहीं, जबकि दोनों सदनों के स्पीकर, […]

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अब संस्कृत और मैथिली में भी पढ़ सकेंगे भारत का संविधान, राष्ट्रपति समेत इन नेताओं ने किया विमोचन

Shivangi Shandilya

  • November 26, 2024 7:14 am IST, Updated 5 hours ago

पटना: आज मंगलवार को भारत का संविधान अपना 75वां वर्षगांठ मना रहा है। ऐसे में अब आप संविधान संस्कृत और मैथिली भाषा में भी पढ़ सकेंगे। संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इन भाषाओं में कॉपी जारी की गईं। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मौजूद रहीं, जबकि दोनों सदनों के स्पीकर, पीएम नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहें.

विशेष डाक टिकट और सिक्का भी जारी हुआ

संविधान दिवस पर एक विशेष डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया गया है. इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह संविधान देश को प्रतिभाशाली लोगों का उपहार है. इसने देश की विविधता को अभिव्यक्ति दी है।

मौके पर राष्ट्रपति ने कहा

राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में हमारा देश विश्व मित्र के रूप में उभरा है. आज कृतज्ञ राष्ट्र अपने संविधान निर्माताओं को नमन करता है। इस दौरान हमने काफी प्रगति की है और अब हम महिला सशक्तिकरण की ओर आगे बढ़े हैं।’ इस दौरान राष्ट्रपति ने महिला सांसदों के योगदान की भी सराहना की.

सरकार ने जनसुविधाओं पर ध्यान दिया

द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने आवश्यक जनसुविधाओं पर फोकस किया है। हमारे संविधान का उद्देश्य है कि कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका मिलकर आम लोगों के हितों के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि देश के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए हम सब एक साथ हैं और विविधता में एकता है.

पक्ष और विपक्ष के नेता साथ दिखें

इस कार्यक्रम के दौरान पक्ष और विपक्ष एक साथ दिखे. संविधान की मैथिली और संस्कृति प्रतियों के विमोचन के दौरान राष्ट्रपति के साथ मंच पर पीएम नरेंद्र मोदी तो मौजूद थे ही, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे विपक्षी नेता भी मौजूद थे. इनके अलावा दोनों सदनों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी मंच पर थे.

आज सदनों की सामान्य कार्यवाही नहीं

बता दें कि संविधान दिवस के मौके पर सदनों की सामान्य कार्यवाही नहीं हो रही है बल्कि दोनों का संयुक्त सत्र बुलाया गया है. इस मौके पर राष्ट्रपति ने सभी सदस्यों को संविधान की प्रस्तावना भी पढ़कर सुनाई.

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