पटना: जेडीयू के भरोसेमंद नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बिहार के मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री ने रविवार को मुजफ्फरपुर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का अल्पसंख्यक समाज नीतीश कुमार की पार्टी (JDU) को वोट नहीं […]
पटना: जेडीयू के भरोसेमंद नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बिहार के मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. केंद्रीय मंत्री ने रविवार को मुजफ्फरपुर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का अल्पसंख्यक समाज नीतीश कुमार की पार्टी (JDU) को वोट नहीं देता है.
ललन सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि जबकि उनके 19 साल के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों का इतना विकास हुआ जितना आजादी के बाद बिहार के इतिहास में किसी ने नहीं किया. जदयू ने उनके बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वहीं राजद इस बयान पर हमलावर है. अब सवाल उठता है कि आखिर जेडीयू नेता अचानक से इस तरह की बयानबाजी क्यों करने लगे हैं।
ललन सिंह ने कहा आप 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे देखिए. पिछले विधानसभा चुनाव में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को जीत मिली थी, लेकिन जेडीयू को 28 सीटों का नुकसान हुआ था. इस चुनाव में लालू यादव की राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि एनडीए में शामिल बीजेपी को 74 सीटें मिलीं.
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 43 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई थी. हैरान करने वाली बात ये थी कि बिहार में लेफ्ट पार्टियां फिर से उभरीं और असदुद्दीन औवेसी की AIMIM ने भी 5 सीटें जीतीं. इतना ही नहीं नीतीश कुमार की जेडीयू के वोट फीसदी में 1.44% गिरावट देखी गई थी. जबकि राजद को 4.79% वोट अधिक मिले थे.