पटना। प्रदेश की राजधानी पटना में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी लगाई। गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ-साथ दीघा, मरीन ड्राइव पर भी भीषण जाम लगा है। जाम में कई घंटों तक लोग फंसे रहे। गाड़िया जाम में धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। कई क्षेत्रों के लोग […]
पटना। प्रदेश की राजधानी पटना में कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी लगाई। गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ-साथ दीघा, मरीन ड्राइव पर भी भीषण जाम लगा है। जाम में कई घंटों तक लोग फंसे रहे। गाड़िया जाम में धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है।
ऐसा माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जीवन के सारे पाप धूल जाते है। साथ ही स्वास्थ्य और समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है। पटना के कृष्णा घाट, दीघा-पाटलिपुल घाट, एलसीटी घाट, एनआईटी घाट, बांस घाट, दीघा घाट, कटैया घाट और कलेक्ट्रेट घाट पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पटना के अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों से आए लोग इन घाटों पर तो गंगा नदी में स्नान कर रहे हैं और दान दे रहे है।
पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और पटना के सीनियर पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने भीड़ को देखते हुए चाक चौंबध व्यवस्था को लेकर पहले ही एडवाइजरी जारी की थी। जिला प्रशासन की तरफ से पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल व दंडाधिकारियों को तैनात किया गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने और स्नान दान का खास महत्व होता है। इस दिन गंगा में स्नान करने के लिए बिहार ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से भी यहां पहुंच रहे हैं।
हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के नजदीक गंगा-गंडक संगम पर भी लाखों लोग कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर एकत्रित हुए हैं। लोग संगम में डुबकी लगाकर मोक्ष प्राप्ति की कामना कर रहे हैं। गंगा के अतिरिक्त राज्य के अन्य क्षेत्रों में कोसी, गंडक समेत कई अन्य नदियों के घाटों पर भी लोग स्नान कर स्वास्थ्य और समृद्धि की मनोकामना कर रहे हैं।