Farewell: सिंदूर खेला के बाद नम आंखों से दी मां दुर्गा को विदाई

पटना। बिहार के नवादा की रेलवे कॉलोनी में बंगाली रीति- रिवाज के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गई। यहां पर महिलाओं ने बंगाली रीति रिवाज के साथ एक दूसरे को सिंदूर लगाकर होली खेली। स्थानीय लोगों के मुताबिक नवादा में यह परंपरा सालों पुरानी है। जो वर्तमान में भी मनाई जा रही है। इस […]

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Farewell: सिंदूर खेला के बाद नम आंखों से दी मां दुर्गा को विदाई

Pooja Pal

  • October 12, 2024 11:50 am IST, Updated 2 months ago

पटना। बिहार के नवादा की रेलवे कॉलोनी में बंगाली रीति- रिवाज के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गई। यहां पर महिलाओं ने बंगाली रीति रिवाज के साथ एक दूसरे को सिंदूर लगाकर होली खेली। स्थानीय लोगों के मुताबिक नवादा में यह परंपरा सालों पुरानी है। जो वर्तमान में भी मनाई जा रही है। इस परंपरा में महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है।

सिंदूर से पति की उम्र बढ़ती है

विजयादशमी के दिन मां की विदाई के समय महिलाओं द्वारा सिंदूर खेला जाता है। महिलाओं के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। दुर्गा मां की आरती करने के बाद महिलाओं ने सिंदूर की होली खेली। बंगाली समाज की महिलाओं ने मां को समर्पित होने वाले सिंदूर को अपनी मांग में भरकर एक दूसरे को सिंदूर से रंग लगाकर होली खेलती है। यहां पर यह परंपरा 72 साल पुरानी है। जिसे यहां के लोगों ने आज निर्वहन किया। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से पति की आयु लंबी होती है।

मां का विसर्जन

दुर्गा मां को मिठाई खिलाने के बाद नम आंखों से विदाई दी गई। ब्राह्मण के द्वारा मां की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की मांग में सिंदूर भरकर उन्हें मायके से ससुराल के लिए विदा किया जाता है। पूजा समिति के अध्यक्ष के मुताबिक यहां पर सभी कार्यक्रम बंगाली रीति रिवाज के साथ किए जाते है। यहां पर जो ब्राह्मण पूजा के लिए आते वह बंगाल से बुलाए जाते है। ब्राह्मण यहीं रहकर मां की पूजा अर्चना करते हैं। बंगाली रीति रिवाज के साथ दशमी के दिन मां दुर्गा का विसर्जन किया जाता है।

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